scriptSuccess Story: किसान की बेटी ने कर दिखाया कमाल! बिना कोचिंग के बनीं IAS अफसर, जानिए ये भावुक कर देने वाली कहानी | Success Story Of IAS Tapasya Parihar who cracked UPSC, AIR 23 Rank, Daughter Of Farmer | Patrika News
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Success Story: किसान की बेटी ने कर दिखाया कमाल! बिना कोचिंग के बनीं IAS अफसर, जानिए ये भावुक कर देने वाली कहानी

IAS Tapasya Parihar Success Story: तपस्या परिहार ने बिना किसी कोचिंग की मदद लिए UPSC में AIR-23वीं हासिल की है। वे एक साधारण परिवार से आती हैं और उनके पिता किसान हैं

नई दिल्लीSep 01, 2024 / 04:39 pm

Shambhavi Shivani

Success Story Tapasya Parihar
IAS Tapasya Parihar Success Story: यूपीएससी परीक्षा क्रैक करना इतना आसान नहीं है। फिर भी कुछ लोग हैं जो इसे क्रैक कर लेते हैं। वहीं जब साधारण पृष्ठभूमि से ताल्लुक रखने वाले छात्र यूपीएससी सीएसई परीक्षा क्रैक कर लेते हैं तो उनकी कहानी आसपास सभी को प्रेरित करती है। कुछ ऐसी ही कहानी है IAS तपस्या परिहार की। साधारण माहौल, गरीबी, दिशा-निर्देश की कमी फिर भी उन्होंने अपनी मंजिल पा ली। तपस्या परिहार ने बिना किसी कोचिंग की मदद लिए UPSC में AIR-23वीं हासिल की है।

पुणे से की है लॉ की पढ़ाई  (IAS Tapasya Parihar Education) 

तपस्या परिहार के पिता विश्वास परिहार एक किसान थे और उनके चाचा विनायक परिहार एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं। उनकी दादी देवकुंवर परिहार, जो नरसिंहपुर जिला पंचायत की अध्यक्ष रह चुकी थीं, उन्होंने भी उनके UPSC के सपने को पूरा करने में उनका साथ दिया। तपस्या ने अपनी 12वीं तक की पढ़ाई केंद्रीय विद्यालय से की है। इसके बाद पुणे में इंडियन लॉ सोसाइटी के लॉ कॉलेज से कानून की पढ़ाई की। लॉ करने के बाद सिविल सेवा में आने का मन बनाया। घर वालों ने उनके इस फैसले को सपोर्ट किया। 
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दूसरे प्रयास में मिली सफलता (Success Story)  

तपस्या भी लाखों-करोड़ों कैंडिडेट्स की तरह यूपीएससी की तैयारी के लिए दिल्ली आ गईं। पहले प्रयास में प्रीलिम्स भी पास नहीं कर पाईं, जिससे उन्हें काफी धक्का लगा। तपस्या ने एक बार फिर तैयारी की और वर्ष 2017 में बिना किसी कोचिंग के अपने दूसरे प्रयास में ऑल इंडिया 23वीं रैंक हासिल (Success Story) कर ली। 

मॉक टेस्ट और लिखने की प्रैक्टिस पर ध्यान दें

अपनी पहली असफलता से सीख लेकर तपस्या ने दूसरे अटेंप्ट के लिए तैयारी की। उन्होंने खुद के नोट्स बनाएं और सेल्फ स्टडी पर फोकस किया। साथ ही उन्होंने रिवीजन को अधिक समय दिया। IAS तपस्या बताती हैं कि उन्होंने मॉक टेस्ट और मेन्स परीक्षा के लिए लिखने की खूब प्रैक्टिस की थी। 

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