पिता और पति दोनों इंजनीयिर रहे हैं (IAS Bhawna Garg Educational Background)
भावना गर्ग पंजाब के कपूरथला की रहने वाली हैं। उनके पिता जूनियर इंजीनियर थे। वहीं उनके पति भी इंजीनियरिंग बैकग्राउंड से हैं। भावना ने वर्ष 1988 में आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur) से केमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है। कॉलेज में भी सबसे आगे थीं भावना (Success Story)
अपने ग्रेजुएशन के दौरान आईएएस भावना गर्ग (IAS Bhawna Garg) ने सभी विषय में अच्छा परफॉर्म किया। यही कारण है कि उन्हें रतन स्वरूप स्मृति पुरस्कार दिया गया। यही नहीं एडमिशन के लिए हुई संयुक्त प्रवेश परीक्षा में भी उन्होंने प्रथम रैंक हासिल किया था। आईआईटी से पास होने के बाद भावना ने पहले ही साल यूपीएससी की परीक्षा दी थी और अपने प्रथम प्रयास में ही उन्होंने यूपीएससी सीएसई परीक्षा (UPSC CSE Exam) में ऑल इंडिया नंबर-1 रैंक (Bhawna Garg All India Rank-1) से सफलता (Success Story Of Bhawna Garg) हासिल की।
सिर्फ 5 महीने की मेहनत और बनी टॉपर (IAS Bhawna Garg Success Story)
सिर्फ पांच महीने की मेहनत में गर्ग ने देश के 2.71 लाख लोगों के बीच टॉप किया। आईएएस भावना गर्ग का ऑप्शनल विषय (UPSC Optional Subject) मैथ्स और कैमिस्ट्री था। आईएएस की ट्रेनिंग के दौरान लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन (LBSNAA) में व्यावसायिक प्रशिक्षण के दौरान करिकुलम एक्टिविटी में बेस्ट परफॉर्मेंस के लिए भी गोल्ड मेडल जीती थीं।