स्कूल के दौरान कई राज्यों में हुआ रहना (Success Story)
आईएएस चंद्रज्योति सिंह (IAS Chandrajyoti Singh) बहुत ही अच्छे घर से आती हैं और देश सेवा की प्रेरणा उन्हें अपने घर से ही मिली। उनके पिता कर्नल दलबारा सिंह, एक सेना रेडियोलॉजिस्ट के रूप में काम करते थे, और उनकी मां लेफ्टिनेंट कर्नल मीन सिंह थीं। यही कारण है कि चंद्रज्योति अपने स्कूल के दौरान कई राज्यों में गईं। इन अनुभवों से उन्हें यूपीएससी क्रैक (Success Story) करने में बहुत मदद मिली। स्कूल से लेकर कॉलेज हर जगह किया टॉप (IAS Success Story)
चंद्रज्योति सिंह के माता पिता ने उन्हें जीवन में हमेशा अच्छा करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने 10वीं में 10 सीजीपीए के साथ जालंधर के एपीजे स्कूल से बोर्ड परीक्षा पास की। इसके बाद, उन्होंने चंडीगढ़ के भवन विद्यालय, चंडीगढ़ से 95.4 फीसदी नंबरों के साथ कक्षा 12 की परीक्षा पास की। स्कूल की पढ़ाई के बाद वो ग्रेजुएशन के लिए दिल्ली आ गईं। 2018 में उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से हिस्ट्री में ऑनर्स किया। यहां भी उनके मार्क्स काफी अच्छे आए, उन्होंने 7.75 सीजीपीए हासिल किया।
ग्रेजुएशन के बाद ब्रेक लिया और शुरू की UPSC की तैयारी
ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के बाद, सिंह ने एक साल का ब्रेक लिया और यूपीएससी की तैयारी (UPSC Success Story) शुरू कर दी। महज एक साल की तैयारी में, वर्ष 2019 में उन्होंने AIR 28 के साथ यूपीएससी क्रैक कर ली। चंद्रज्योति सिंह 22 साल की उम्र में आईएएस अधिकारी बन गईं। IAS चंद्रज्योति सिंह तैयारी के दौरान रोजाना 1-2 घंटे अखबार पढ़ती थीं और अपने नोट्स (Chandrajyoti Singh Notes) भी खुद बनाती थीं। उन्होंने परीक्षा में पास होने के लिए एक सख्त रूटीन बनाया और उनका कड़ाई से पालन किया।