पीएम ने छात्रों को बताया कि-“स्वास्थ्य ही धन है और वे शारीरिक तौर पर फिट रहने के लिए जो करना है वो करें”। इसके साथ ही, पीएम मोदी ने छात्रों से परीक्षा के स्थगित किए जाने के बारे में बात करते हुए पूछा कि वे लोग अपने समय का उपयोग कैसे करेंगे? क्या वे टीवी पर आईपीएल देखेंगे, या चैंपियन लीग या फिर ओलंपिक का इंतजार करेंगे?
पीएम मोदी और छात्रों के बीच चर्चा
पीएम मोदी ने कहा कि इस स्तर पर छात्रों के दिमाग में करियर को लेकर कई बातें होती है। उन्होंने कहा कि जब छात्रों को यह पता चला कि परीक्षा नहीं होगी तब उन्होंने क्या सोचा? इसके जवाब में छात्रों ने बताया कि जैसे ही परीक्षा रद्द हो गई उनका तनाव खत्म हो गया।छात्रों ने कहा कि अब हम पूरा फोकस प्रतियोगी परीक्षाओं पर रहेगा जिसकी हम तैयारी करेंगे।
इसके बाद पीएम मोदी ने अभिभावकों से भी सवाल करते हुए पूछा कि बच्चों की परीक्षा रद्द होने के बाद अब कैसा लगा रहा है। इसके जवाब में एक अभिभावक ने कहा कि सरकार के द्वारा लिया गया यह फैसला सभा को अच्छा लगा क्योंकि कोरोना के बीच परीक्षा लेना परिवार के लिए एक बड़ी चिंता थी। केन्द्रीय विद्यालय नई दिल्ली की एक छात्रा मीनाक्षी ने कहा कि परीक्षा रद्द होने से कोरोना महामारी के दौरान उसे काफी राहत मिली है।
गौरतलब है कि 12वीं की परीक्षा रद्द होने के बाद छात्र और पैरेंट्स के बीच सीबीएसई ने एक बैठक बुलाई थी ताकि 12वीं के परीक्षा परिणाम के फॉर्मूले को लेकर सही निष्कर्ष पर पहुंचा जा सके।