सहायक बीईओ के व्यवहार से ग्रामीण नाराज
सहायक बीईओ डोमन कुमार भुआर्य शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष, सरपंच एवं सदस्यों से ऊंची आवाज में बोलने लगे। सरपंच भूपेश कुमार हिरवानी उठ कर जाने लगे, लेकिन शाला प्रबंधन अध्यक्ष यशोदा बाई जुर्री ने सरपंच से अनुरोध कर बिठाया। सरपंच जैसे जनप्रतिनिधि से सहायक बीईओ के व्यवहार से ग्रामीण एवं शाला प्रबंधन नाराज हैं। एक शिक्षक पढ़ाते हैं पांच कक्षा
ग्रामीणों ने बताया कि प्राइमरी स्कूल में जब तक तीन शिक्षक की व्यवस्था नहीं होगी, तब तक बच्चों को स्कूल नहीं भेजेंगे। शाला के विद्यार्थी चंद्रहास साहू, जिया साहू, हुलसी ने बताया कि सिर्फ एक शिक्षक पांच कक्षा को पढ़ाते हैं। दूसरे शिक्षक डाक बनाने एवं विभागीय कार्य से समय नहीं मिलता है। तो कहां से पढ़ाई कराएंगे।
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शिक्षक को रोकने का प्रयास किया, हमारी नहीं सुनी गई
पालकों ने निर्णय लिया है कि ऑफिस कार्य एक शिक्षक के भरोसे है। शाला प्रबंधन समिति अध्यक्ष यशोदा बाई जुर्री, उपाध्यक्ष योगेश्वरी साहू, चंद्रकला सोरी, जमीला मंडावी, गीता विश्वकर्मा, अनिता नेताम ने बताया कि ऋषि कुमार प्रधान को रोकने लगातार बीईओ ऑफिस गए, लेकिन हमारी नहीं सुनी गई।
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हमारे बच्चों का भविष्य हो रहा खराब
रामस्वरूप धुवे, विनोद नरेटी, प्रतोष नागवंशी, सीताराम सोरी, कुशल सिंद्राम, भुकेश कोवाची, अमरुद कोवाची, उमेंंद्र साहू, देवेंद्र जुर्री ने बताया कि यहां पहले तीन शिक्षक थे। विभाग की लापरवाही के कारण एक शिक्षक को अचानक धनोरा भेज दिया है। हेडमास्टर पर दबाव बना कर उन्हें रिलीव करने मजबूर कर दिया। अब दो शिक्षक बचे हंै। पांच कक्षाओं को एक शिक्षक कैसे पढ़ा सकते हैं। हमारे बच्चों का भविष्य खराब होने लगा है।
पालक बच्चों को भेजने तैयार नहीं
ग्रामीणों ने बताया कि बुधवार को सुबह 11 बजे से स्कूल परिसर के सामने पंडाल लगाकर धरना देंगे। हेडमास्टर एवं सहायक शिक्षक सभी पालकों से संपर्क कर बच्चों को स्कूल भेजने आग्रह कर रहे हैं, लेकिन पालक तैयार नहीं है। सरपंच भूपेश कुमार हिरवानी ने बताया कि शाला प्रबंधन समिति, पालक एवं ग्रामीणों ने जो निर्णय लिया है, वह उचित हैं। मैं उनका समर्थन करता हूं।
व्यवस्था के तहत शिक्षक भेजा
सहायक बीईओ चंदन ठाकुर ने कहा कि यहां दर्ज संख्या कम है, इसलिए व्यवस्था के तहत शिक्षक भेजा गया था, उसे धनोरा में भेज दिया गया है। स्थानीय होता तो उस समय देखते।