पहले इस तरह डिसाइड होती थी रैंक –
आप को बता दे की पहले अगर दो छात्रों के समान अंक आने की स्थिति में एप्लीकेशन नंबर और अधिक उम्र वाले छात्र को वरीयता दी जाती थी। पहले अपनाई जाने वाली टाई ब्रेकिंग पॉलिसी को तर्कहीन माना जाता था यही कारण है कि एनटीए ने इस पॉलिसी में बदलाव कर दिया है और नयी पॉलिसी के तहत नियम बनाये गए है अब इन्ही के आखर पर वरीयता दी जाएगी। इसके अलावा आप ने NEET UG 2023 के लिए ऑनलाइन आवेदन नहीं किया है तो जल्दी से अपना रजिस्ट्रेशन आधिकारिक वेबसाइट यानी neet.nta.nic.in पर जाकर कर सकते हैं।
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अब इस तरह होगी रैंक डिसाइड –
1. बायोलॉजी (बॉटनी और जूलॉजी) में ज्यादा नंबर लाने वाले उम्मीदवार को रैंकिंग में ऊपर रखा जाएगा।
2. अगर बायोलॉजी के जरिए रैंकिंग तय नहीं हो पाती है, तो फिर केमेस्ट्री के जरिए रैंक तय की जाएगी, केमेस्ट्री में ज्यादा नंबर पाने वाले स्टूडेंट की रैंक ज्यादा तय की जाएगी।
3. ऊपर बताए गए दो फैक्टर से भी रैंक तय नहीं होती है, तो फिर फिजिक्स में ज्यादा नंबर पाने वाले उम्मीदवार को हायर रैंक दिया जाएगा।
4. जिस स्टूडेंट ने हर सब्जेक्ट में सही उत्तरों की तुलना में कम गलत उत्तर दिए होंगे, उसके आधार पर रैंक बनाई जाएगी।
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