सुधार के संकेत
ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स में एशिया के अर्थशास्त्र के प्रमुख लुई कुइज के अनुसार साल दर साल विकास दर के हिसाब से पहली दो तिमाही में 3.2 फीसदी की तेजी देखने को मिली थी, तो इस बात का संकेत है कि कोविड-19 के प्रकोप के बाद मजबूत निवेश और निर्यात द्वारा संचालित उद्योग में ताकत के कारण आर्थिक सुधार जारी है। वहीं जीडीपी की वृद्धि दर साल दर साल पूर्वानुमान के मुकाबले 5.3 फीसदी कम रही, जो बुनियादी ढांचे के निवेश में वृद्धि और कॉर्पोरेट निवेश और खपत में नरमी को दर्शाती है।
औद्योगिक उत्पादन और रिटेल क्षेत्र में तेजी
चीनी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार नेशनल ब्यूरो और स्टैटिक्स द्वारा सोमवार को जारी किए गए अन्य आंकड़ों में, औद्योगिक उत्पादन, विनिर्माण, खनन और उपयोगिताओं क्षेत्रों में गतिविधि में सितंबर में 6.9 फीसदी की तेजी देखने को मिली है, जबकि एक साल पहले अगस्त में 5.6 फीसदी की तेजी देखने को मिली थी। यह तेजी 5.8 फीसदी के अनुमान से ज्यादा देखने को मिली है। अगर बात खुदरा बिक्री की करें तो दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश में उपभोक्ता खर्च की एक प्रमुख माप में 3.3 फीसदी की वृद्धि हुई है, जो अगस्त में 0.5 फीसदी की वृद्धि से अधिक सुधार हुआ है। जबकि अनुमान 1.7 फीसदी का लगाया गया था।
सिकुड़ गई 6.8 फीसदी इकोनॉमी
चीनी मीडिया के हवाले के अनुसार दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था 6.8 फीसदी सिकुडऩे के बाद जोरदार ढंग से उबर रही है। वर्ष के पहले तीन महीनों में 1976 में सांस्कृतिक क्रांति के अंत के बाद से पहला आधिकारिक संकुचन – कोरोना वायरस महामारी को रोकने के उद्देश्य से लगाए गए लॉकडाउन के कारण देखने को मिला था। उसके बाद से लगातार तेजी देखने को मिल रही है। तमाम आर्थिक संगठन की ओर से पहले ही अनुमान लगाए जा रहे हैं कि चीन का विकास दुनिया के बाकी देशों के मुकाबले बेहतर होता हुआ दिखाई देगा।