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यह जानकारियां होंगी साझा
स्विट्जरलैंड की सरकार भारतीय टैक्स अधिकारियों से स्विट्जरलैंड ऑटोमेटिक एक्सचेंज ऑफ इन्फॉर्मेशन ( switzerland automatic exchange of information ) फ्रेमवर्क के माध्यम से स्विस फाइनैंशल इंस्टिट्यूशनल में रुपए रखने वाले लोगों के अकाउंट नंबर, क्रेडिट बैलेंस और सभी फाइनेंशियल जानकारियां साझा करेगी। जानकारी के अनुसार सितंबर में भारत को जानकारी भेजे जाने के बाद सालाना आधार पर जानकारियां साझा की जाएगी।
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पहले आ चुकी है 100 लोगों की सूची
स्विट्जरलैंड ने टैक्स के मामलों में प्रशासनिक सहायता को लेकर एक द्विपक्षीय समझौते के तहत लगभग 100 भारतीयों के स्विस बैंक में खातों की जानकारी भारत को पहले ही दी थी। अब जो सूची स्विस की ओर से साझा की जाएगी वो उन 100 लोगों से अलग होगी। विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने बुधवार को सवाल के जवाब में कहा था कि इंडिया-स्विट्जरलैंड टैक्स ट्रीटी जांच के अधीन मामलों के लिए आवेदन के आधार पर जानकारी देने की भी सुविधा प्रदान करता है। मंत्री के अनुसार सूचना का उपयोग और उसका खुला गोपनीयता प्रावधान के अंतर्गत आता है।
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विदेशों में जमा है 34.30 लाख करोड़ रुपए
– एनसीएईआर के अनुसार भारत से 1980 से लेकर 2010 के बीच 26,88,000 लाख करोड़ रुपए से लेकर 34,30,000 करोड़ रुपये का काला धन विदेश भेजा गया।
– एनआईएफएम के मुताबिक 1990-2008 के दौरान लगभग 15,15,300 करोड़ रुपए यानी 216.48 अरब डॉलर का काला धन भारत से विदेश भेजा गया।
– एनआईपीएफपी ने कहा कि 1997-2009 के दौरान देश के सकल घरेलू उत्पाद का 0.2 फीसदी से लेकर 7.4 फीसदी तक काला धन विदेश भेजा गया।
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