प्रॉपर्टी ही नहीं, बल्कि वहां रेंटल प्रॉपर्टी की कीमतें भी तेजी से बढ़ रही हैं। एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तानी पॉश इलाकों में एक महीने का रेंट 57 हजार रुपये के भी पार जा चुका है। पिछले साल की तुलना में यह 27 हजार रुपये महंगा हो चुका है।
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कॉस्ट ऑफ लीविंग में भी भारी इजाफा
जमीनडॉटकॉम की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस्लामाबाद के रिहाइशी इलाकों में रेंटल प्रॉपर्टी खरीदना सबसे मुश्किल हो गया है। पहले ही इस इलाके में रेंटल प्रॉपर्टी आसमान छू रहे थे, अब इसमें दोगुना तेजी देखने को मिल रही है।
आलम यह है कि यहां छोटे इलाकों में भी रेंटल प्रॉपर्टी की कीमत 18 हजार से लेकर 24 हजार रुपये हो गई है। पाकिस्तानी लोगों को परेशान करने वाली बात यह है कि न केवल किराये में ही बढ़ोतरी हुई है, बल्कि यहां कॉस्ट ऑफ लीविंग में भारी इजाफा हुआ है।
रिपोर्ट के मुताबिक, रेंट बढऩे के बाद इन इलाकों में अन्य यूटिलीट बिल्स में भी तेजी देखने को मिल रही है। पाकिस्तान में पॉश इलाकों में 900 स्क्वायर फीट का फर्नीश्ड अपार्टमेंट का किराया 57,729 रुपये है।
वहीं, नॉन फर्नीश्ड इलाकों में प्रॉपर्टी का किराया 39,105 रुपये के करीब है। यहां पहले ही खाद्य सामग्री समेत ईंधन की दरों में तेजी देखने को मिली है। हालत तो यह है कि एक माह के लिए 8 एमबीपीएस स्पीड वाले इंटरनेट के लिए लोगों को 2,507 रुपये खर्च करने पड़ रहे।
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तेजी से बढ़ रही बेरोजगारी
हाल ही में पाकिस्तान का केंद्रीय बैंक, स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने बेंचमार्क ब्याज दरों को बढ़ाकर 12.25 फीसदी कर दिया है। बैंक ने अपने बयान में कहा कि महंगाई की ऊंची दर और रुपये में भारी गिरावट को देखते हुए यह बढ़त जरूरी है। पाकिस्तानी सांख्यिकी ब्यूरो की एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, महंगाई बढऩे की वजह से गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले लोगों की संख्या 40 लाख के पार जा चुकी है। कहा जा रहा है पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति ऐसी ही रही तो इस साल 10 लाख लोग बेरोजगार हो सकते हैं।