मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से लगभग 46 किलोमीटर दूर है सांची। यह स्थान बौद्ध कालीन स्मारकों के कारण विश्व प्रसिद्ध हैं। यह स्मारक अब भारतीय करंसी पर भी नजर आएगा। 200 रुपए के नोट पर इसकी तस्वीर लगाई गई है। सांची विदिशा (बेसनगर) से 10 किलोमीटर है। यह बौद्ध स्मारक तीसरी शताब्दी ई.पूर से बारहवीं शताब्दी के बीच के हैं।
सांची का स्तूप सम्राट अशोक ने तीसरी शताब्दी, ई.पू. में बनवाया था। इसका केंद्र, एक सामान्य अर्धगोलाकार, ईंट निर्मित ढांचा था, जो बुद्ध के कुछ अवशेषों पर बना था। इसके शिखर पर एक छत्र था जो स्मारक को दिए गए सम्मान का प्रतीक था।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने गुरुवार को जारी की नोट की तस्वीर में और भी कई फीचर दर्शाए हैं। आरबीआई की विज्ञप्ति के मुताबिक… -नोट के आगे वाले हिस्से में अशोक स्तंभ की तस्वीर भी लगाई गई है।
-भगवान बुद्ध की बौद्धिक समृद्धता वाले भारत की तस्वीर पेश करता है
-इस नोट पर उर्जित पटेल के हस्ताक्षर हैं।
-नोट को सामने से देखने पर न्यूमेरिक 200 लिखा दिखता है।
-देवनागरी में भी 200 लिखा हुआ है।
-नोट के ठीक बीच में महात्मा गांधी का प्रोट्रेट है।
-नोट के पिछले हिस्से में बाईं तरफ प्रिंटिंग ईयर है
-बाईं तरफ ही स्वच्छ भारत का लोगो और स्लोगन है।
-लोगो और स्लोगन के तुरंत बाद अलग-अलग लैंग्वेंज में 200 रु. लिखा है।
-इस नए नोट का साइज 60mmX146mm है।
-सरकार इससे पहले ही 50 रुपए के नए नोट का ऐलान कर चुकी है।
-यह पहली बार होगा कि 100 और 500 के बीच की राशि का कोई नोट जारी किया जाएगा।
-नोट पर बहुत छोटे लेटर्स में RBI, भारत, INDIA और 200 लिखा है, सिक्युरिटी थ्रेड पर भारत और RBI लिखा है। नोट को आढ़ा-तिरछा करने पर सुरक्षा धागे का रंग हरा और नीला हो जाएगा। नोट पर महात्मा गांधी की फोटो के दांई तरफ गारंटी क्लॉज, गवर्नर के साइन, प्रॉमिस क्लॉज और रिजर्व बैंक का सिम्बल है। वहीं अशोक स्तंभ नोट के दांई तरफ है।