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दवा के दामों में और कटौती और प्रतिबंध हटाने की मांग
पाकिस्तान सरकार ने 89 जरूरी दवाओं के दाम में 15 फीसदी की कटौती करने का भी निर्णय लिया है। दूसरी ओर पाकिस्तान दवा उद्योग इस तरह के प्रतिबंधों को हटाने की मांग कर रहा था। उद्योग का कहना था कि इस तरह से देश में दवाओं की काफी कमी हो जाएगी। जिसके बाद सरकार ने दवाओं में इस्तेमाल होने वाले कच्चे सामान के आयात पर से प्रतिबंध हटा लिया। जानकारों की मानें तो बच्चों की उंगलियों पर निशान लगाने के लिए गैर विषाक्त वाले मार्कर की जरूरत होती है, क्योंकि बच्चे उंगली मुंह में भी डाल लेते हैं।
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क्वालिटी का नहीं है चीन का मार्कर
डब्ल्यूएचओ द्वारा अप्रूव्ड नॉन टॉक्सिक मार्कर सिर्फ भारत और चीन में ही तैयार किए जाते हैं। पाकिस्तान के अधिकारियों के अनुसार संस्था ने पहले देश के लिए चीन से इन मार्कर को खरीदा था। लेकिन चीन के मार्कर की क्वालिटी में सवाल उठने के बाद शिकायत दर्ज कराई गई कि मॉनिटरिंग टीम बच्चों तक पहुंचने तक स्याही का रंग उड़ जाता है। जिसके बाद डब्ल्यूएचओ ने इन्हें भारत से खरीदना शुरू किया। भारत से आठ लाख मार्कर का ऑर्डर भी हुआ। कश्मीर मुद्दा सामने आने के बाद पाकिस्तान सरकार ने भारत से कारोबार पर प्रतिबंध लगा दिया। जिसके बाद मार्कर की आपूर्ति नहीं हो पाई। वहीं चीन से भी अच्छे क्वालिटी के मार्कर देने को कहा गया है।