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संबंधी मंत्रालयों से साझा की जा रही जानकारी
बीते कुछ समय से अमरीका और चीन एक दूसरे पर आयात शुल्क लगा रहे है, जिसके बाद ट्रेड वॉर जैसे हालात पैदा हो गए हैं। इस स्टडी के मुताबिक, डीजल, एक्स-रे ट्यूब और कुछ केमिकल जैसे 151 ऐसे उत्पाद हैं जिन्हें चीन में निर्यात कर सकता है। अभी तक ये वस्तुएं अमरीका चीन में निर्यात करता रहा है। इसी प्रकार, रबर, ग्रफाइट इलेक्ट्रॉड्स समेत अन्य उत्पादों को भारत अमरीका में निर्यात कर सकता है। इसमें कहा गया है कि जिन विशिष्ट उत्पादों में भारत संभावित रूप से अपनी ताकत और पड़ोसी देश में उपलब्ध बाजार पहुंच के आधार पर चीन को निर्यात का विस्तार कर सकता है और बाजार पहुंच हासिल करने के लिए ठोस प्रयास करने की आवश्यकता है, उन्हें संबंधी मंत्रालयों के साथ साझा किया जा रहा है।
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ट्रेड वॉर से बदल सकती है वैश्विक व्यापार की तस्वीर
स्टडी में कहा गया है मौजूदा ट्रेड वॉर की वजह से वैश्विक व्यापार के तरीको में अभूतपूर्व बदलाव ला सकता है। चीन बाजार में निर्यात किए जाने वाले उत्पादों में कॉपर ओर, रबर, पेपर/पेपरबोर्ड, ट्रांसमिशन इक्विपमेंट, ट्यून्स और पाइप्स हो सकते हैं। निर्यात में इस बढ़ोतरी की वजह से चीन से भारत के राजकोषीय घाटे में भी कमी आएगी। वित्त वर्ष 2018-19 में अप्रैल से फरवरी के बीच ह 50.12 अमरीकी डॉलर रहा था।
फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन ( FIEO ) के अध्यक्ष गणेश कुमार गुप्ता ने कहा कि भारत के लिए ट्रेड वॉर फायदेमंद साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि साल 2018 के दौरान अमरीका में भारत का निर्यात 11.2 फीसदी बढ़ा है। वही, चीन में भारत के नियात की बात करें तो यह 31.4 फीसदी बढ़ा है।
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