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पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री
मोदी मंत्रिमंडल की घोषणा किए जाने से पहले कयास लगाए जा रहे थे कि अमित शाह को वित्त मंत्री के पद पर बिठाया जा रहा था। लेकिन, पॉलिटिकल पंडितों और जानकारों को चौंकाते हुए पीएम मोदी ने वित्त मंत्री जैसे अहम पद के लिए निर्मला सीतारमण ( Nirmala Sitharaman ) पर अपना भरोसा जताया है। इसके साथ ही देश को पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री भी मिल गया है। हालांकि, इसके पहले पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भी 1970-1971 के बीच वित्त मंत्रालय का कार्यभार संभाला था। इंदिरा गांधी ने यह पद प्रधानमंत्री रहते हुए अतिरिक्त कार्यभार के तौर पर संभाला था।
सरकार में इन अहम पदों पर निभा चुकी हैं जिम्मेदारी
18 अगस्त 1959 को तमिलनाडु के मदुराई में जन्मीं निर्मला सीतारमण भारतीय जनता पार्टी की उन महिला नेताओं में से हैं, जिनका कद पार्टी में दिन-प्रतिदिन बढ़त गया। देश की पहली महिला वित्त मंत्री बनने से पहले निर्मला सीतारमण 2017 से 2019 तक रक्षा मंत्री रहीं। इसके पहले वित्त राज्य मंत्री, कॉरपोरेट मंत्री और राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और वाणिज्य मंत्री का पद संभाल चुकी हैं। साल 2016 से ही वो राज्य सभा की भी सदस्य रहीं थी।
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2006 में बीजेपी में शामिल हुईं
साल 2003 के दौरान, जब अटल बिहारी वाजपेयी देश के प्रधानमंत्री तक निर्मला सीतारमण राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य भी रहीं। इस पद पर वो साल 2003 से 2005 तक रहीं। इसके बाद 2006 में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा, जब नितिन गडकरी पार्टी के अध्यक्ष थे, तब उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय प्रवक्ता भी चुना गया।
जेएनयू से भी की पढ़ाई
निर्मला सीतारमण ने तमिलनाडु के तिरूचिरापल्ली के सीतालक्ष्मी रामास्वामी कॉलेज से ग्रैजुएट हैं। साल 1984 में उन्होंने दिल्ली में जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय से इंटरनेशनल स्टडीज में एम फिल भी किया है। मास्टर्स की पढ़ाई करते हुए ही वो डॉ पराकला प्रभाकर से मिलीं जो कि तेलुगु ब्राह्मण हैं। साल 1986 में उन्होंने दोनों ने शादी की। इसके बाद दोनों लंदन में रहने लगे। इस दौरान वो बीबीसी वल्र्ड में भी छोटे समय के लिए काम कीं। साल 1991 में वो भारत वापस लौट गईं।