यह भी पढ़ेंः- विदेशियों को भाने लगा है भारत का रियल एस्टेट सेक्टर, कमर्शियल प्राॅपर्टी में कर रहे सबसे ज्यादा निवेश
चीन के रास्ते पहुंचाया जा रहा है नमक
देश में सबसे ज्यादा नमक का उत्पादन गुजरात में होता है। इसलिए सबसे ज्यादा नमक का निर्यात भी गुजरात से ही किया जा रहा है। जानकारों की मानें मानें तो यूरोप, अमरीका और रूस के देशों में नमक चीन के रास्ते पहुंचाया जा रहा है। चीन के रास्ते इन देशों से सामान पहुंचाना आसान होने के साथ लॉजिस्टिक एक्सपेंडिचर भी कम होता है। यहां चीन भी भारत से नमक आयात करता है। इंडियन सॉल्ट मैन्युफेक्चरर एसोसिएशन ( ISMA ) के अनुसार पिछले दो सालों से चीन को निर्यात होने वाने नमक की क्वांटिटी में दोगुने से भी ज्यादा की बढ़ोतरी हो चुकी है।
यह भी पढ़ेंः- वित्त मंत्रालय ने कहा- वित्त वर्ष 218-19 में धीमा हो सकता है आर्थिक विकास, जानिए क्या है प्रमुख वजह
हर महीने होता है इतना निर्यात
ISMA प्रेजिडेंट भारत रावल के अनुसार चीन के रास्ते अमरीका, यूरोप और रूस को नमक भेजना आसान है। उन्होंने बताया कि अमरीका पहले सड़कों से बर्फ को पिघलाने के लिए घटिया क्वालिटी के नमक का इस्तेमाल करता था। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से अमरीका अच्छा नमक इस्तेमाल कर रहा है। जानकारी के अनुसार सामान्य तौर पर सितंबर से नमक की मांग बढ़ती है। इस दौरान 7 से 8 लाख टन नमक प्रति महीने निर्यात होता है।
यह भी पढ़ेंः- आपके पास भी हैं डेड अकाउंट तो जल्दी कर लें बंद, नहीं तो उठाने पड़ सकते हैं ये नुकसान
सड़कों से बर्फ को हटाने के लिए नमक का इस्तेमाल
जानकारी के अनुसार सड़कों से बर्फ को हटाने के लिए सोडियम क्लोराइड या अन्य केमिलकल का उपयोग किया जाता है। इसके लिए नमक का उपयोग होता है। बर्फबारी से सड़कों पर काफी फिसलन हो जाती है, जिसके चलते दुर्घटनाओं की संभावना काफी बढ़ जाती है। जिसके लिए सड़कों से बर्फ को पिघलाना काफी जरूरी होता है।
Business जगत से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर और पाएं बाजार, फाइनेंस, इंडस्ट्री, अर्थव्यवस्था, कॉर्पोरेट, म्युचुअल फंड के हर अपडेट के लिए Download करें patrika Hindi News App.