जानकारों की मानें तो देश में आर्थिक मंदी की वजह से डिमांड कम है। ऐसे में सामान की खरीदारी काफी कम हो रही है। आपको बता दें कि अक्टूबर का महीना त्योहारी सीजन का है। सरकार को उम्मीद है कि इस महीने में डिमांड कम होगी और जीएसटी कलेक्शन एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा होगा।
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एक लाख करोड़ रुपए से कम हुआ जीएसटी कलेक्शन
बीते महीने सितंबर में पिछले साल के इसी महीने के मुकाबले 2.67 फीसदी घटकर 91,916 करोड़ रुपए रह गया, जोकि उपभोग में सुस्ती को दर्शाता है। मासिक जीएसटी संग्रह फिर एक लाख करोड़ रुपए से कम रहा। वित्त मंत्रालय के अनुसार, सितंबर 2019 में कुल सकल जीएसटी राजस्व 91,916 करोड़ रुपए रहा, जिसमें केंद्रीय जीएसटी (सीजीएसटी) का संग्रह 16,630 करोड़ रुपए, राज्यों का जीएसटी (एसजीएसटी) संग्रह 22,598 करोड़ रुपए और एकीकृत जीएसटी (आईजीएसटी) 45,069 करोड़ रुपए (आयात से संग्रहित 22,097 करोड़ रुपए समेत) और उपकर 7,620 करोड़ रुपए (आयात से संग्रहित 728 करोड़ रुपए समेत) शामिल हैं।
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नियमित भुगतान के रूप में
सरकार ने नियमित भुगतान के रूप में आईजीएसटी से 21,131 करोड़ रुपए सीजीएसटी में और 15,121 करोड़ रुपए एसजीएसटी में भुगतान किया है। नियमित भुगतान के बाद केंद्र सरकार और राज्य सरकारों द्वारा अर्जित कुल राजस्व सितंबर में सीजीएसटी के रूप में 37,761 करोड़ रुपए और एसजीएसटी के रूप में 37,719 करोड़ रुपए रहा। अगस्त महीने के लिए 30 सितंबर तक दाखिल की गई जीएसटीआर 3बी रिटर्न की कुल संख्या 75.94 लाख थी। कर संग्रह में कमी से आगे फिर सरकार की वित्तीय स्थिति पर दबाव होगा।