यह भी पढ़ेंः- क्रूड ऑयल की बढ़ी कीमत के कारण विदेशी दौलत में आई गिरावट, जानिए कितनी हो गई कम
247 प्रोजेक्ट्स निर्धारित समय पर
जनवरी 2021 तक इन परियोजनाओं पर खर्च 12.29 लाख करोड़ रुपये से अधिक है, जो परियोजनाओं की अनुमानित लागत का 46.92 प्रतिशत है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 1,739 परियोजनाओं में से 12 परियोजनाओं का काम निर्धारित समय से आगे चल रहा है, 247 प्रोजेक्ट्स निर्धारित समय पर चल रहे हैं, जबकि 539 परियोजनाओं में विलंब हो रहा है। 448 परियोजनाओं की लागत अधिक बढ़ गई है। 209 परियोजनाओं के पूरा होने में न केवल विलंब हो रहा है, बल्कि इनकी लागत भी बढ़ रही है।
यह भी पढ़ेंः- Petrol Diesel Price: आजादी के बाद 10 महीनों में पेट्रोल और डीजल हुआ सबसे ज्यादा महंगा
941 परियोजनाओं के बारे में कोई डिटेल नहीं
बहरहाल, मासिक रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर परियोजनाओं के पूरा होने की अवधि की ताजा समीक्षा की जाती तो विलंबित परियोजनाओं की संख्या 401 तक घट जाती। विडंबना तो यह है कि 941 परियोजनाओं के बारे में न तो यह पता है कि ये कब ये शुरू हुईं और न ही इनके पूरा होने की कोई अनुमानित अवधि बताई गई है।