होली 2019 : सिर से सात बार उतारकर होलिका में जला दें श्रीफल, दूर हो जाएगी सारी परेशानियां 1.फाल्गुन मास में शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को होली का पर्व मनाया जाता है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक इस साल होलिका दहन 20 मार्च यानि बुधवार के दिन है। जबकि रंग वाली होली यानि दुलहंदी 21 मार्च, गुरुवार के दिन है।
2.पंडित रामकृष्ण दीक्षित के मुताबिक इस बार फाल्गुन पूर्णिमा तिथि की शुरुआत सुबह 10:44 बजे से होगी। जो कि अगले दिन यानि 21 मार्च को सुबह 07:12 बजे तक रहेगी। 3.पंडित रामकृष्ण के अनुसार इस बार रंग वाली होली 21 मार्च को पड़ने से एक खास संयोग बन रहा है। क्योंकि इसी दिन से चैत्र मास की भी शुरुआत हो रही है। ऐसे में होली पर किए जाने उपायों का लाभ दोगुना मिलेगा।
4.चैत्र मास की शुरुआत के दिन चंद्र कन्या और सूर्य मीन राशि में होंगे। इससे इन दोनों राशि के जातकों को लाभ होगा। उन्हें मान-सम्मान मिलने के साथ धन प्राप्ति के भी योग हैं।
5.होली का पर्व हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। कहते हैं कि इस दिन रंगों के मेल से लोगों में भिन्नता खत्म होती है। इसलिए लोगों को मन में द्वेष या बैर की भावना नहीं रखनी चाहिए।
रविवार को लाल कपड़े में गेहूं और गुड़ बांधकर करें ये काम, पूरी होगी मनोकामना 6.पंडित रामकृष्ण के अनुसार होलिका दहन पर पूजा का शुभ समय 20 मार्च को रात 8:57 मिनट से लेकर 12:28 मिनट तक है।
7.इस बार भद्रा पुंछ का आरंभ 20 मार्च को शाम 5:27 मिनट से लेकर 6:24 मिनट तक है। जबकि भद्रा मुख की शुरुआत शाम 6:24 मिनट से रात 8:07 बजे तर रहेगी। 8.होलिका दहन के लिए पूजा करते समय होलिका पर हल्दी से टीका जरूर लगाएं। इससे घर में समृद्धि आएगी।
9.इसके अलावा होलिका के चारों ओर अबीर या गुलाल से रंगोली बनाएं और उसमें पांच फल, अन्न और मिठाई चढ़ाएं। 10.अब होलिका पूजन के आखिर में सात बार परिक्रमा करके जल अर्पण करें। इससे आपके सभी कष्ट दूर हो जाएंगे।