घर के मेन गेट पर हल्दी से बना लें ये निशान, टल जाएगी सारी मुसीबतें 1.शास्त्रों के अनुसार अगर भगवान का अस्तित्व है तो भूतों का भी वजूद है। क्योंकि दुनिया में सकारात्मक एवं नकात्मक दोनों ही शक्तियों का वास होता है।
2. गरुण पुराण के अनुसार आत्मा के तीन स्वरूप होते हैं। जिसमें जीवात्मा, प्रेतात्मा और सूक्ष्मात्मा शामिल है। जब व्यक्ति की मौत हो जाती है तब उसकी आत्मा प्रेतात्मा बन जाती है। जिन लोगों को मरने के बाद मुक्ति नहीं मिलती है। उनकी आत्माएं भटकती रहती हैं।
3.पौराणिक धर्म ग्रंथों के मुताबिक जिस तरह मनुष्य कई योनियों में जन्म लेता है। वैसे ही मृत्यु के बाद आत्मा भी कई अन्य योनियों में भटकती है। जिन लोगों की आत्माएं अतृप्त होकर धरती से जाती हैं वे ज्यादातर प्रेत योनि में जाते हैं।
4.कहते हैं कि जो व्यक्ति भूख, प्यास, क्रोध, द्वेष, लोभ, वासना आदि इच्छाओं से अतृप्त होकर मरता है, उसकी आत्मा भटकती रहती है। ऐसे में वे दूसरों को अपना शिकार बनाते हैं। इससे व्यक्ति मानसिक तौर पर परेशान हो सकता है।
5.शास्त्रों के अनुसार भूत-पिशाच कुछ खास लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। उनमें से एक है दुराचारी। जो लोग बुरे काम या संगति में शामिल होते हैं, ऐसे लोगों पर नकारात्मक शक्तियां जल्दी हावी होती हैं।
रविवार को गुड़ खाकर पी लें पानी, बन जाएंगे सारे काम 6.हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार जो लोग शुभ तिथि और पवित्रता को नहीं मानते हैं उन्हें भी
भूत अपना निशाना बनाते हैं। क्योंकि ईश्वर पर उनका कम विश्वास होता है।
7.जो लोग शराब, सिगरेट आदि नशीली चीजों का सेवन करते हैं, भूत उन्हें भी अपनी चंगुल में जल्दी ले लेते हैं। क्योंकि ये खुद नकारात्मक होते हैं। ऐसे में भूत इन पर अच्छे से राज कर सकते हैं।
8.जो लोग गंदे स्थान पर रहते हैं, खराब काम करते हैं उन्हें भी भूत का शिकार बनना पड़ता है। 9.जो लोग मानसिक तौर पर कमजोर होते हैं उन्हें भी भूत जल्दी अपने वश में कर लेते हैं।
10.जो लोग रात में बाल खुले रखते हैं, जादू-टोना जैसी तांत्रिक क्रियाएं करते हैं, इन पर भूतों का साया मंडराता रहता है। वे इन्हें भी आसानी से अपना शिकार बना लेते हैं।