नई दिल्ली। भारत को आज़ादी दिलाने में कुछ प्रमुख घटनाएं थीं। आइए नज़र डालते हैं उन 10 प्रमुख घटनाओं पर जिन्होंने हिंदुस्तान को अंग्रेज़ों के चंगुल से छुड़ाया।
1- 1857 क्रांति
भारत की आजादी की लड़ाई 1857 के विद्रोह के रूप में मंगल पांडे ( Mangal Pandey ) से हुई जब गाय व ‘सूअर’ युक्त चर्बी वाले कारतूस लेने से उन्होंने मना कर दिया। वे 1857 की क्रांति के प्रथम शहीद थे।
2- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना 28 दिसंबर 1885 में एलन ऑक्टेवियन ह्यूम, दादाभाई नौरोजी और दिनशा वाचा के नेतृत्व में भारतीय जनता और ब्रिटिश सरकार के बीच, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) के नाम से जाना जाने वाला एक बफर संगठन बना। यह एशिया और अफ्रीका में ब्रिटिश साम्राज्य में उभरने वाला पहला आधुनिक राष्ट्रवादी आंदोलन था।
3-बंगाल का विभाजन मुस्लिम और हिंदू बंगाल में भाइयों की तरह रहते थे। उनकी एकता ब्रिटिशों के लिए मुख्य खतरा थी। जिसे देखते हुए 19 जुलाई 1905 को भारत के तत्कालीन वाइसराय कर्जन ने बंगाल का विभाजन कर दिया। एक मुस्लिम बहुल प्रांत का सृजन करने के उद्देश्य से ही भारत के बंगाल को दो भागों में बांटे जाने का निर्णय लिया गया था। 1911 में दोनों तरफ की भारतीय जनता के दबाव के कारण दोनों प्रांत एक हो गए।
4- महात्मा गांधी का आगमन गोपाल कृष्ण गोखले के अनुरोध पर गांधी जी भारत लौटे। महात्मा गांधी 1921 में कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए और ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ राष्ट्रव्यापी आंदोलनों का नेतृत्व किया।
5- जलियांवाला बाग कांड रौलेट एक्ट का विरोध करने के लिए एक सभा हो रही थी जिसमें जनरल डायर ने अकारण कर उस सभा में उपस्थित भीड़ पर गोलियां चलवा दीं जिसमें 400 से अधिक व्यक्ति मारे गए और 2000 से अधिक घायल हुए। इसने भारत में स्वतंत्रता आंदोलन के स्वर को बदल दिया, भगत सिंह जैसे विद्रोहियों को जन्म दिया। पूरे देश में इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए।
6- खिलाफत आंदोलन
सन 1919 में शौकत अली, मुहम्मद अली और अबुल कलाम आजाद की अगुवाई में ब्रिटिश सरकार पर तुर्की के खालिफा के अधिकार को संरक्षित करने के लिए दबाव डाला गया। सन 1924 में मुस्तफा कमाल के खलीफा पद समाप्त किए जाने के बाद यह अपने-आप समाप्त हो गया था।
7- दिल्ली विधानसभा बम विस्फोट सन 1929 में भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त ने दिल्ली विधानसभा में बम विस्फोट के ज़रिए ब्रिटिश सरकार के खिलाफ अपना तर्क प्रस्तुत किया। 8- असहयोग आंदोलन/ नमक कानून
1 अगस्त सन 1920 शुरू हुए इस आंदोलन का मकसद था सरकार के साथ सहयोग न करके कार्रवाई में बाधा उपस्थित करना था। महात्मा गांधी की अगुवाई में ये आंदोलन दो चरणों में चला 1921-1924 और 1930-1931।
9- चौरी चौरा कांड फरवरी 1922 में चौरी-चौरा थाने के दारोगा गुप्तेश्वर सिंह ने आज़ादी की लड़ाई लड़ रहे वालंटियरों की खुलेआम पिटाई शुरू कर दी। इसके बाद सत्याग्रहियों की भीड़ पुलिसवालों पर पथराव करने लगी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने गोलियां चलाई। जिसमें लगभग 260 व्यक्तियों की मौत हो गई।
10- भारत छोड़ो आंदोलन महात्मा गांधी के नेतृत्व में 8 अगस्त 1942 में भारत को जल्द ही आज़ादी दिलाने यह आंदोलन शुरू किया गया। इसका लक्ष्य ब्रिटिश शासन से पूरी तरह आज़ादी हासिल करना था। क्रांतिकारियों को अपने त्याग का पुरस्कार अगस्त 1947 में मिला। यह वही दिन था जब भारत आज़ाद हुआ।
Hindi News / Dus Ka Dum / Happy Independence Day: 10 सबसे महत्वपूर्ण आंदोलन जिन्होंने भारत को स्वतंत्रता दिलाई