सूचना मिलते ही नगर निगम, भिलाई के मेयर नीरज पाल ने सोमवार को ही अधिकारियों की आवश्यक बैठक बुलाई। वहीं जिला प्रशासन ने स्वाइन लू के मरीजों के लिए चंदूलाल चंद्राकर शासकीय मेडिकल कॉलेज, कचांदुर में 30 बिस्तर व जिला चिकित्सालय, दुर्ग में 10 बिस्तर आरक्षित किया है।
यह भी पढ़ें:
Swain Flu in CG: छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू का कहर, 15 दिनों में 6 लोगों की मौत, 40 से ज्यादा पीड़ित… संक्रमण अवधि 2 दिन
सीएमएचओ डॉ.एसके बंजारे, सर्ववीलायेंस व मलेरिया अधिकारी ने बताया कि एच-1, एन-1 के धनात्मक प्रकरण प्राप्त हो रहा है। इसके लक्षण सर्दी, खांसी, छींकना, बुखार, सिर दर्द, बदन दर्द, उल्टी-दस्त, थकावट हो सकता है। संक्रमण की अवधि 1-2 दिन हो सकती है। लक्षण शुरू होने के 3-5 दिवस तक अन्य व्यक्तियों को हो सकता है।
स्वाइन फ्लू के बढ़ते प्रभाव से मचा हड़कंप
नगर निगम भिलाई क्षेत्र में
स्वाइन फ्लू के केस बढ़ रहे हैं। इसे लेकर महापौर नीरज पाल, आयुक्त देवेश कुमार ध्रुव व अधिकारियों की बैठक हुई। इसमें चर्चा हुई कि किस प्रकार से इस बीमारी के प्रभाव को कम कर सकें। निगम क्षेत्र के जो भी पीड़ित व प्रभावित मरीज मिल रहे हैं, उनको बेहतर ट्रीटमेंट मिले। बचाव पर चर्चा की गई।
आप रहें सावधान
स्वाइन फ्लू होने पर
इलाज में देरी नहीं किया जाना चाहिए। लू अधिक बढ़ जाता है तब खतरा रहता है। बुजुर्ग, बीपी, शुगर हो या कमजोर, गर्भावस्था हो, तब अधिक अलर्ट रहने की जरूरत है। पानी की कमी दूर करने के लिए जूस, गरम सूप, तरल खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। आराम और नींद पूरी लेनी चाहिए।
बुजुर्गों को अस्पताल में करना पड़ता है दाखिल
स्वाइन फ्लू के मामले अधिकतर गंभीर नहीं होते। इसमें अस्पताल में दाखिल होने की जरूरत भी नहीं पड़ती। सिर्फ गले में खराश, खांसी जैसे लक्षण नजर आते हैं। कमजोर शरीर वाले और सीनियर सिटीजन को अस्पताल में दाखिल करना पड़ता है।