00 भाजपाइयों ने अपने शासनकाल में जनता को गुमराह करने का काम किया है। 152 करोड़ के अमृत मिशन में डीपीआर तैयार करने में गंभीर लापरवाही बरती। इनकी गलती का खामियाजा अब भी जनता भुगत रही है। डीपीआर किसलिए गलत बनाया गया यह प्रश्न तो विपक्ष से किया जाना चाहिए। फिर भी सभी वार्डों में दोनों टाइम जलआपूर्ति की जा रही है।
00 जिन्होंने बिना भू हस्तांतरण के नल घर और गंज पारा कॉम्प्लेक्स बनवाए, विफलता के स्मारकों के रूप में जल कलश, तारा मंडल, पुष्प वाटिका और चौपाटी जैसी जनता की गाढ़ी कमाई को चौपट करने वाले कार्य किए उन्हें विकास को लेकर सवाल पूछने का हक नहीं है। शंकर नाला, पुलगांव नाला डायवर्सन, स्लम स्वास्थ्य, दाई दीदी क्लिनिक, ठगड़ा बांध पिकनिक स्पॉट, गौरव पथ, मुक्तिधाम मार्ग जैसे जनहितैषी विकास हमारी प्राथमिकता है। जो लंबे समय तक जनउपयोगी साबित होंगे।
00 देश मे तानाशाही नहीं लोकतंत्र है। शासन चलाने कई इंजन की आवश्यकता होती है। केंद्र सरकार भी एक इंजन है, केंद्र की कई योजनाओं का क्रियान्वयन नगर निगम करता है। मुख्यमंत्री, मंत्री, विधायक, सांसद, विपक्ष, मीडिया भी विकास के इंजन हैं। विकास कार्यों में राजनीति करने की जगह सामूहिक जिम्मेदारी से प्रयास करना चाहिए।
00 64 करोड़ का मुख्य मार्ग, 12 करोड़ की प्रकाश व्यवस्था, 14 करोड़ का ठगड़ा बांध, 16 करोड़ का शंकर नाला, 12 करोड़ से तालाब संवर्धन, अधोसंरचना में 19 करोड़ की राशि से काम हो रहे है। विपक्ष के पेट मे सिर्फ सत्ता खोने का दर्द है। हम जनभावनाओं के अनुरूप विकास कार्यों में लगातार जुटे हुए हैं।आने वाला समय कांग्रेस का है हम जनता के प्रति जवाबदेह हैं। राजनीति और विपक्ष के लिए नहीं।