संक्रमित व्यक्तियों की तत्काल देखभाल
एडवाइजरी में कहा गया है कि यदि किसी व्यक्ति को तीव्र एन्सेफलाइटिस सिंड्रोम (AES) या चांदीपुरा वायरस (Chandipura Virus) का सकारात्मक मामला पाया जाता है, तो उसे तुरंत नजदीकी जिला अस्पताल में भर्ती किया जाए।
संपर्क में आए लोगों और पालतू जानवरों के नमूने
एडवाइजरी में कहा गया है “यदि कोई सकारात्मक मामला सामने आता है, तो निर्देश दिए गए हैं कि उस व्यक्ति के संपर्क में आए लोगों के नमूने एकत्रित किए जाएं और उन्हें पुणे भेजा जाए। यदि उस घर में कोई पालतू जानवर है, तो उसका नमूना भी पशुपालन विभाग की टीम द्वारा प्रयोगशाला में भेजा जाए,”।
संदिग्ध मामलों की जांच और सर्वेक्षण
संदिग्ध मामलों के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को घर-घर जाकर सर्वेक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं। यदि कोई संदिग्ध मामला पाया जाता है, तो नमूने एकत्र कर मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबायोलॉजी टीम द्वारा पुणे प्रयोगशाला में भेजे जाएंगे।
मच्छरों और मक्खियों पर नियंत्रण के उपाय
Chandipura Virus Alert : एडवाइजरी में मच्छरों और मक्खियों को नियंत्रित करने के लिए फागिंग करने और गुजरात की सीमा के आस-पास डी.डी.टी. का छिड़काव कराने के निर्देश भी दिए गए हैं। “सभी कॉलोनियों और मवेशी के स्थलों के आस-पास घरों के चारों ओर छिड़काव करने और उग रहे घास को नष्ट करने के निर्देश भी दिए गए हैं,।