दरअसल, सीएम भजनलाल शर्मा ने चौरासी में बीजेपी उम्मीदवार कारीलाल ननोमा की नामांकन सभा में BAP और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि 70 साल से राज करने वाली कांग्रेस और पिछले दो बार से जीतने वाले ‘बाप’ के नेताओं ने क्षेत्र के विकास के लिए कुछ नहीं किया है।
BAP पार्टी पर लगाए ये आरोप
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि बीएपी के नेताओं ने क्षेत्र में सपने दिखाने और अशांति फैलाने का ही काम किया है। वहीं, दूसरी ओर हमारी सरकार ने 5 साल के संकल्प पत्र को 10 महीने में आधा पूरा कर दिया है। इस दौरान प्रदेश और चौरासी क्षेत्र में विकास की कई सौगातें दी हैं। उन्होंने कहा कि BAP के विधायक विकास नहीं करवा सकते हैं, क्योंकि वो तो डिजायर लेकर मेरे पास आते हैं। वहीं, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने जनता से क्षेत्र के विकास के लिए कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए भाजपा को जिताने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए भाजपा प्रत्याशी को अपना समर्थन दें, ताकि सही तरीके से क्षेत्र में विकास कार्य कराए जा सकें।
चौरासी में त्रिकोणीय संघर्ष
बता दें, चौरासी विधानसभा सीट पर भाजपा ने कारीलाल ननोमा को अपना प्रत्याशी बनाया है तो कांग्रेस ने महेश रोत पर दांव लगाया है। बीएपी ने अनिल कटारा को चुनावी रण में उतारा है। चौरासी सीट पर बीएपी का दबदबा है। वहीं, बीजेपी और कांग्रेस हर हाल में बीएपी को हराने की कोशिश करेगी। ऐसे में देखना ये होगा कि इस त्रिकोणीय संघर्ष में कौन बाजी मारता है।
7 सीटों पर हो रहे उपचुनाव
गौरतलब है कि 13 नवंबर को राजस्थान की 7 सीटों पर उपचुनाव होने जा रहा है। प्रदेश की रामगढ़ (अलवर), दौसा, झुंझुनूं और देवली-उनियारा, खींवसर, चौरासी और सलूंबर सीटों पर उपचुनाव होने जा रहा है। 2023 के विधानसभा चुनाव के परिणामों में इनमें से भाजपा के पास केवल 1 सीट थी, वहीं कांग्रेस के पास 4 सीटें थी। इसके अलावा एक सीट बाप और एक सीट RLP के पास थी। बताते चलें कि राजस्थान विधानसभा उपचुनाव के लिए नामांकन की आज लास्ट डेट है। प्रत्याशी 30 अक्टूबर तक नामांकन वापस ले सकते हैं। जबकि 13 नवंबर को वोट डाले जाएंगे, इसके बाद 23 नवंबर को रिजल्ट की घोषणा होगी।