पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जारी किया आदेश
इसके बाद जांच में सांठ-गांठ करने के पुख्ता प्रमाण मिले, तो सुधरने का मौका भी दिया गया। इसके बाद भी पार्टी और समाज के अहित में ही लगे रहने की अनुशासन समिति से रिपोर्ट मिली। इस पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहनलाल रोत ने आदेश जारी कर बांसवाड़ा जिले के प्रो. मणिलाल गरासिया, दिनेश डाबी, राकेश डिंडोर, मुकेश राणा, राजू राणा, नारायण बामणिया, पवन बुझ और तेजकरण मईड़ा को संगठन की सदस्यता से निलंबित कर दिया है। यह भी पढ़ें – राजस्थान आवासन मंडल का बड़ा फैसला, आवास-फ्लैट्स पंजीकरण की अंतिम तिथि 15 जुलाई तक बढ़ाई अब BAP से इनका कोई संबंध नहीं – राहुल भूरिया
भूरिया ने बताया कि अब बीएपी से इनका कोई संबंध नहीं है। गौरतलब है कि तेजकरण मईड़ा पार्टी के गढ़ी ब्लॉक अध्यक्ष रहे, जबकि प्रो. गरासिया विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी थे। इनके अलावा छह अन्य भी गढ़ी क्षेत्र के ही हैं।
विधानसभा चुनाव से चल रही थी खींचतान
पार्टी सूत्रों ने बताया कि विधानसभा चुनाव के दौरान गढ़ी क्षेत्र से उम्मीदवारी को लेकर चर्चा के साथ इनका रवैया संदिग्ध रहा। फिर सीट हार गए, उसके बाद भी खींचतान बनी रही। लोकसभा चुनाव में इनके विरोधियों से मिलीभगत के संकेत भी मिले। इस पर अंदर ही अंदर जांच के बाद शुक्रवार को डूंगरपुर में हुई संगठन की बैठक में चर्चा के बाद अब सख्ती बरती गई है।