प्रमुख कारण –
चक्कर आना कोई बड़ी बात नहीं लेकिन अधिक उम्र में इसे गंभीरता से लें। बे्रन स्ट्रोक, हार्ट में ब्लॉकेज, ब्लड में शुगर का स्तर घटना, तनाव, हाई ब्लड प्रेशर, शरीर में खून व ऑक्सीजन की कमी, बे्रन ट्यूमर, हार्ट अटैक, बे्रन हेमरेज आदि इसके कारण हैं।
लक्षण-
आंखों के सामने अंधेरा छाना, चक्कर आना, शरीर के किसी भाग में पीलापन, शारीरिक कमजोरी, आवाज बंद होना, बेचैनी, पसीना आने जैसी तकलीफें होती हैं। लेकिन यदि इनके साथ सुबह के समय सिरदर्द, उल्टी या दिमाग में भारीपन लगे तो ये ब्रेन ट्यूमर या दिमाग की नसों में रक्त जमने की ओर इशारा करता है। यदि सिर चकराने के साथ कान में आवाज गूंजे तो लेबिरिंथाइटिस रोग हो सकता है। 60 पार लोगों को सिर घुमाने, ऊपर-नीचे देखने पर चक्कर आए तो सर्वाइकल ऑस्टियो आर्थराइटिस हो सकता है। चक्कर खाकर लंबे समय तक बेहोश रहना, नाड़ी की गति धीमी होना व ब्लड प्रेशर का घटना, मस्तिष्क तक पर्याप्त रक्तसंचार न होने की शिकायत बताता है।
जांच: ब्लड, यूरिन, स्टूल टैस्ट, एक्सरे और अल्ट्रासाउंड आदि के जरिए चक्कर आने की वजह का पता लगाते हैं।
इलाज –
अचानक चक्कर खाकर गिरने के बाद तुरंत व्यक्ति के कपड़े ढीले कर दें। चेहरे पर पानी के छींटे देने से होश आएगा। फिर ग्लूकोज या फलों का जूस पिलाएं। इसके बावजूद होश न आए तो तुरंत अस्पताल ले जाएं।