Blood poisoning food : खून में संक्रमण का एक बड़ा कारण हमारी खाई गई चीजें होती हैं। ब्लड पॉइजनिंग एक गंभीर संक्रमण है, जो तब होता है जब खानपान के माध्यम से हानिकारक बैक्टीरिया खून में पहुँच जाते हैं। हालांकि, ब्लड पॉइजनिंग का मतलब यह नहीं होता कि खून में जहर समाहित हो जाता है, बल्कि इसका अर्थ है कि खून शुद्ध नहीं रहता, जिससे कई बीमारियों का खतरा उत्पन्न हो सकता है। चिकित्सा की भाषा में इस समस्या को सेप्टीसीमिया (Septicemia) या सेप्सिस (Sepsis) कहा जाता है।
सेप्टीसीमिया क्या है What is septicemia
सेप्टीसीमिया या सेप्सिस तब होता है जब खून में गंदगी जमा होने लगती है। यह गंदगी किडनी, लिवर और फेफड़ों को भी नुकसान पहुँचाती है। सेप्टीसीमिया के लक्षण पहचानें
– अचानक शरीर में ठंड लगना
– मध्यम या तेज बुखार का बने रहना
– कमजोरी और थकान के साथ लंबी सांस लेना
– दिल की धड़कन का बढ़ जाना
– त्वचा का पीलापन
– स्किन पर दाने, फोड़े-फुंसी या एलर्जी होना यह भी पढ़ें :
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व्हाइट मक्खन
व्हाइट मक्खन में फैट और सोडियम दोनों अधिक होता है। अगर इसे खाने की आदत है तो तय है कि आपका ब्लड प्योर नहीं रहेगा। हाई कोलेस्ट्रॉल की वजह ये मक्खन होता है। मक्खन खाने से लिवर भी खराब होता है। हाई सोडियम हाई बीपी और किडनी के लिए भी सही नहीं।
डेयरी प्रोडक्ट
डेयरी प्रोडक्ट में भी फैट की मात्रा बहुत अधिक होती है। फुल क्रीम मिल्क, कर्ड या पनीर सेहत के लिए नुकसानदायक होत हैं। डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल, किडनी और दिल की बीमारियों में इनका सेवन खतरनाक होता है।
नमक
नमक अगर ज्यादा हो तो हाई बीपी की समस्या होती है और इससे किडनी पर इफेक्ट पड़ता है और किडनी सही से फिल्टर नहीं कर पाती है और खून में गंदगी समाहित होने लगती है। नमक को शरीर में पानी बढ़ाने के लिए जाना जाता है, इससे खून की नसों पर दबाव बनता है।
व्हाइट शुगर
व्हाइट शुगर शरीर के जरूरी अंगों को रक्त की आपूर्ति करने वाली वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाती है, जिससे हृदय रोग और स्ट्रोक, गुर्दे की बीमारी, दृष्टि समस्याओं और तंत्रिका समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है। सबसे बड़ा कारण डायबिटीज का होता है।
मैदा
मैदा और इससे बनने वाली चीजों के अत्यधिक सेवन से ब्लड शुगर तेजी से बढ़ता है। यही वजह है कि डायबिटीज के मरीजों को इससे बचने की सलाह दी जाती है। यह खून में ग्लूकोज बढ़ाता है, जिससे केमिकल रिएक्शन होता है और इसकी वजह से खून के रोगों का खतरा बढ़ सकता है। यह भी पढ़ें :
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पेट में संक्रमण, किसी कीट के काटने, घाव में इंफेक्शन का होना, किडनी इन्फेक्शन, यूटीआई, निमोनिया या स्किन इन्फेक्शन के कारण भी खून में गंदगी पहुंचती है।
डिसक्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है और यह किसी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी दवा या उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें।