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लो ब्लड प्रेशर(Low Blood Pressure) आपको दिल की होने वाली बीमारियों का भी संकेत देता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि खून का बहाव यानी फ्लो सीधे-सीधे तौर पर दिल की पम्पिंग की क्रिया पर निर्भर करता है। दिल की दिक्कतें शरीर में बहुत सारी समस्याएं खड़ी करा सकती हैं। क्योंकि अंगों तक यदि पर्याप्त खून नहीं पहुंचेगा। तो वे अंग धीरे-धीरे काम करना बंद कर देता है।
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Symptoms of low bp लो बीपी के लक्षण क्या हैं
– आपको यदि बहुत ज्यादा चक्कर आते हैं तो ऐसे में अपना बीपी समय-समय पर जरूर चेक करते रहना चाहिए।
– यदि आंखों के सामने काला पन छा जाए या अंधेरा सा दिखने लगे तो यह भी लो बीपी का लक्षण है।
– खाना अच्छा न लगना, या भूख समय पर न लगना लो बीपी का लक्षण है।
– उल्टी जैसा फील होना।
– बिना कुछ करे थकान हो जाना,या जल्दी -जल्दी थक जाना। यदि ऐसा आपके साथ होता है तो बीपी जरूर चेक करें।
– कभी-कभी सांस लेने में कठिनाई महसूस होती है। ये भी बीपी लो होने का कॉमन लक्षण में से एक है।
– यदि आपको चलते-चलते कुछ भी अच्छे से न दिखे या धुंधला दिखाई देना भी ब्लड प्रेशर लो का लक्षण हो सकता है।
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Low BP Rescue लो बीपी के बचाव – लो बीपी वालों को नमक का प्रयोग करना चाहिए। क्योंकि नमक कम होने से भी ब्लड प्रेशर लो की समस्या हो सकती है।
– ज्यादा सिगरेट या शराब पीते हैं तो बंद करदें या कम कर दें। क्योंकि ये सब शरीर के साथ-साथ बीपी के लिए भी नुकसानदायक हैं।
– याद रखें की कोई भी दवा अपने अनुसार न खाएं। डॉक्टर कि सलाह जरूर लें। दवाइयां कभी-कभी शरीर में गलत रिएक्शन भी कर देती हैं।
– टेंशन लेने से बचें। किसी भी चीज के बारे में ज्यादा सोचना व्यर्थ है।
– झटके से आप नीचे कि ओर से ऊपर की ओर उठने से बचें।
– शरीर में पानी कि कमी न होने दें। दिन भर में 12 ग्लास पानी कम से कम रोज पियें।
– बॉडी को प्रॉपर रेस्ट भी दें। नींद न पूरी होने से भी बीपी कि समस्या हो सकती है।
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डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।