सर्दियों में हाथ-पैर में होने वाली सूजन और जलन से बचने के लिए गर्म पानी में सेंधा नमक मिलाकर 10 से 15 मिनट के लिए पैर इसमें रखें। पानी की गर्माहट दर्द को खींच लेगी और सेंधा नमक से शरीर में मैग्नीशियम की पूर्ति होगी। इस प्रक्रिया को दिन में एक बार ही करें।
ठंड में हाथ-पैराें पर सूजन की समस्या से निजात पाने के लिए मोमबत्ती व सरसों के तेल का मिश्रण बहुत फायदेमंद है। एक कटोरी में सरसों के तेल को गर्म करें और फिर उसमें एक मोमबत्ती डालें। मोमबत्ती को पूरा पिघलने तक इसे पकाएं। अब इसे ठंडा करें और सूजन वाली जगह पर लगाएं। हल्के हाथों से मसाज करें। 2 से 3 बार इसे लगाने पर आराम मिल जाएगा।
कटोरी में थोड़ा जैतून या नारियल का तेल लें, तवे पर रखकर उसे गर्म कर लें। इस तेल से पैर की मसाज करें। मसाज हल्के हाथों से, कुछ मिनटों के लिए करें। इससे प्रभावित नसों में रक्त का संचार होगा और दर्द दूर होगा। जब तक सूजन बनी रहे, दिन में दो से तीन बार इस तरह से मसाज करें। ध्यान रखें कि मालिश के समय कमरे का तापमान सामान्य हो। एसी या ठंडे वातावरण में मालिश न करें।
आटे की पोटली गर्म कर तीस मिनट तक दर्द वाली जगह पर लगाएं। उसके बाद गुनगुने पानी से धोकर हल्की मसाज के साथ मॉइस्चराइजर लगाएं। इससे जल्द ही फायदा मिलेगा। – सुबह-शाम के समय पानी में काम करना जरूरी है तो गर्म पानी का इस्तेमाल करें।
– बाहर निकलते समय हाथों में दस्ताने और पैरों में जुराब जरूर पहनें।
– जहां तक संभव हो ऊनी व सूती कपड़े पहनने चाहिए।
– कम सर्दी में सूती और ज्यादा सर्दी में सूती के ऊपर ऊनी जुराब और दस्ताने पहनें।
– चिलब्लेन होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।