सुपारी में पाए जाते हैं कई पोषक तत्व
ज्यादातर लोग सुपारी को गुटखा-तंबाकू से जोड़कर देखते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है। यह एक काष्ठफल है। इस फल में फ्लेवोनोइड, एल्कलॉइड, ग्लूकोसाइड, आइसोप्रेनॉइड, एमिनो एसिड और यूजेनॉल जैसे खास तत्व मौजूद होते हैं। जो शरीर के लिए कुछ जरूरी एंटीऑक्सीडेंट्स के रूप में काम करते हैं। यह कई बीमारियों से बचाता है।
सुपारी खाने 5 चमत्कारी स्वास्थ्य लाभ
उल्टी रोकती है सुपारी
सुपारी का सेवन उल्टी रोकने में बेहद कारगर है। सुपारी में कई ऐसे सक्रिय तत्व पाए जाते हैं। जो जी मिचलाने की समस्या से निजात दिलाते हैं। अगर आपको बार-बार उल्टी आ रही है या ऐसा मन हो रहा है, तो सुपारी आपके लिए लाभकारी हो सकती है।
दांत दर्द ठीक करे सुपारी
सुपारी दांतों से जुड़ी कई परेशानियों को दूर करने की क्षमता रखती है। सुपारी में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर में एक एनाल्जेसिक के रूप में काम करते हैं। जिन लोगों को दांत में दर्द की समस्या रहती है उनके लिए सुपारी का इस्तेमाल फायदेमंद हो सकता है।
मुंह के छाले ठीक करे सुपारी
सुपारी मुंह के छालों को ठीक करने में कारगर है। सुपारी में ठंडक प्रदान करने वाले गुण पाए जाते हैं। जो मुंह में हुए छालों के दर्द से आराम प्रदान करती है। सुपारी में सूजन व लालिमा कम करने वाले गुण भी होते हैं, जो अल्सर को ठीक करने में मददगार हैं।
दस्त रोकती है सुपारी
सुपारी में कुछ ऐसे तत्व भी पाए जाते हैं, जो पेट व आंतों की प्रक्रिया को सामान्य बनाए रखने में मदद करते हैं। सुपारी का सेवन करने से दस्त जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में लाभकारी है।
बवासीर ठीक करती है ठीक
बवासीर में सुपारी का पानी पीना बहुत फायदेमंद है। सुपारी बॉवेल मूवमेंट और मेटाबोलिज्म तेज करने में मददगार है। यह कब्ज की समस्या को कम करने में मदद करती है। इसका सेवन करने से बवासीर की समस्या कम होती है। इसके सेवन से मल त्याग और मल मार्ग में सूजन की समस्या कम होती है।
ऐसे करें सेवन
सुपारी का कई तरह से सेवन किया जा सकता है। जिसमें सबसे अच्छा तरीका इसके चूर्ण को गुनगुने पानी के साथ लेना है। आप चाय या दूध में डालकर, काढ़ा बनाकर या पीसकर त्वचा पर लेप लगाकर भी कर सकते हैं।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।