सर्दियों में भीगे हुए बीज के फायदे : Benefits of soaked seeds in winter
यदि आप सर्दियों में बीजों को भिगोकर (Benefits of soaked seeds) खाते हैं तो इससे आपकी पाचन शक्ति पर प्रभाव पड़ता है और इन्हें पचाना आसान हो जाता है। जब बीजों को भिगोकर खाते हैं तो ये इंजाइम छोड़ते हैं जो फाइटिक एसिड, टैनिन और पॉलीफेनोल जैसे पोषक तत्वों को तोड़ते हैं जिससे पोषण तत्वों का अवशोषण बाधित हो सकता है। यदि आप बीजों को भिगोकर खाते हैं तो इससे गैस पैदा करने वाले यौगिकों की मौजूदगी कम हो जाती है जिससे प्रोटीन, आयरन, जिंक और कैल्शियम जैसे पोषक तत्व शरीर के लिए ज़्यादा सुलभ हो जाते हैं। बीजों को भिगोने से उनकी एंटीऑक्सीडेंट गतिविधि बढ़ सकती है, जो शरीर को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाने में मदद करती है और पुरानी बीमारियों के जोखिम को कम कर सकती है। भिगोए हुए बीज हाइड्रेशन में योगदान करते हैं।
भीगों हुए बीजों से हेल्थ लाभ : Health benefits of soaked seeds
भीगों हुए बीज (Benefits of soaked seeds) पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। इन पोषक तत्वों को शरीर आसानी से अवशोषित कर सकता है। बीजों को भिगोकर खाने से पाचन बेहतर होता है जिससे पूरा स्वास्थ बेहतर बना रहता है। बीजों को भिगोने से एंटी-पोषक तत्वों को कम करके पाचन में सुधार होता है और शरीर की महत्वपूर्ण खनिजों को अवशोषित करने की क्षमता बढ़ जाती है।
इम्यूनिटी के लिए 3 सबसे अच्छे सीड्स : 3 best Soaked seeds for immunity
Best seeds for winter: चिया सीड्स चिया के बीजों में ओमेगा-3 होता है और अमीनो एसिड भी होता है जो इम्यूनिटी को बढ़ाती है और स्वस्थ कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बनाए रखने में मदद करते हैं। स्वास्थ को बेहतर बढ़ाने के लिए आप इन बीजों का सेवन कर सकते हैं।
Best seeds for winter: तिल के बीज
तिल थर्मोजेनिक गुणों से भरपूर होता है। तिल के बीज ड के मौसम में शरीर को आरामदायक रखते हुए गर्मी पैदा करने में मदद करते हैं। Best seeds for winter: कद्दू के बीज कद्दू के बीज प्रोटीन, मैग्नीशियम और पोटैशियम से भरपूर होते हैं, जो हाइड्रेशन और हड्डियों के स्वास्थ्य में योगदान करते हैं। ये रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में भी मदद करते हैं।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।