पार्वती बांध से नदी में गेट खोलने के बाद रपट पर पानी आ जाने के कारण पार्वती रपट के समीप प्रशासन द्वारा पुलिस जाब्ता तैनात किया गया। जिससे सैपऊ-बाड़ी मार्ग का आवागमन पूरी तरह बंद था, लेकिन रविवार की रात्रि को पार्वती रपट से पानी उतरने के बाद भी जर्जर रपट को देखकर आवागमन पूरी तरह पुलिस ने बंद कर रखा था, लेकिन सोमवार को ऐतिहासिक महादेव मंदिर पर दर्शन करने के लिए श्रद्धालु पार्वती नदी पर पहुंचे, तो पुलिस से रपट पर पानी उतर गया है तो दर्शन करने के लिए जाने की कहा, तो रपट पर तैनात एएसआई घनश्याम चाहर ने रपट की क्षतिग्रस्त हालात को देखते हुए जाने से मना कर दिया। लेकिन पानी की स्थिति के बारे में श्रद्धालुओं द्वारा तहसीलदार राकेश गिरी को रपट से पानी नीचे उतरने के बारे में अवगत कराया, तो तहसीलदार के निर्देश के बाद कुछ श्रद्धालुओं को मंदिर पर दर्शन करने के लिए निकाल दिया गया, लेकिन फिर कुछ ही देर बाद पार्वती नदी की रपट पर पानी आ जाने के कारण कुछ ही घंटों बाद आवागमन फिर पूरी तरह बंद हो गया और मौके पर पुलिस बल तैनात किया गया है।
पार्वती नदी की रपट पर पानी आ जाने के कारण श्रावण मास के तीसरे सोमवार को ऐतिहासिक महादेव मंदिर पर पूजा अर्चना करने के लिए कम श्रद्धालु ही मंदिर पर पहुंच पाए। कई श्रद्धालु तो अन्य दूसरे रास्तों से अधिक दूरी तय कर मंदिर पर पूजा अर्चना करने के लिए पहुंचे, लेकिन कुछ श्रद्धालु तो पार्वती नदी की रपट पर ही पूजा अर्चना कर वापस लौट गए और कुछ कस्बे और आसपास के गांवों में भी शिव भगवान के मंदिर पर पूजा अर्चना की।
राकेश गिरी, कार्यवाहक तहसीलदार, सैपऊ।