थाना प्रभारी बृजेश कुमार मीना ने बताया कि 31 दिसम्बर को बसेड़ी पोखरा मोहल्ला निवासी सचिन सिंघल पुत्र मुरारीलाल सिंघल ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसमें बताया कि उसके सोशल मीडिया एकाउंट पर गत 21 दिसम्बर को रिक्यूसेट आई जो उसने असेप्ट कर ली। वीडियो कॉल के जरिए एक लडक़ी ने बात करना शुरू कर दिया। उसने 29 दिसम्बर को धौलपुर मिलने बुलाया। वह बातों में आकर किराये की कार लेकर उससे मिलने धौलपुर बस स्टैण्ड स्थित एक होटल में पहुंच गए। कुछ देर बाद वह होटल के निकल कर बाहर आ गए।
इस बीच उसके साथी आ गए और उसे पकड़ कर ले गए। इन्होंने उससे 4 लाख रुपए मांगे और नहीं देने पर पुलिस में बलात्कार का मामला दर्ज कराने की धमकी दी। जिस पर उसने अपने भाई शुभम को फोन कर दो लाख रुपए मंगाए। राशि देने पर उन्होंने उसे छोड़ दिया। पुलिस ने प्रकरण की जांच करते हुए मुखबिर की सूचना पर आरोपित महिला निक्की पुत्री संजय जाटव निवासी धर्मशाला वाली गली थाना सदर आगरा, प्रहलाद पुत्र द्वारिका जाटव निवासी खैरारी थाना कंचनपुर, पंकज पुत्र जयसिंह जाटव निवासी बुद्धा का पुरा थाना कंचनपुर, हजारी पुत्र हरी सिंह कुशवाह निवासी विदरपुर थाना कंचनपुर तथा मोनू पुत्र संतोष धोबी निवासी बसेड़ी को गिरफ्तार किया है। इसके कब्जे से वारदात में उपयुक्त दो बाइक और राशि को जब्त किया है। पूछताछ करने पर पूरा मामला हनी ट्रेप का निकला।
सोशल मीडिया के जरिए फंसाते थे लोगों को
पूछताछ में सामने आया कि इन्होंने गिरोह बना रखा था। ये लोग सोशल मीडिया के जरिए लोगों को कॉल करते थे। इसके बाद लडक़ी प्यार भरी बातें कर लोगों को अपने चंगुल में फंसाती थी। इसके बाद ये लोग इन्हें बताए स्थान पर बुलाते थे और फिर लोगों को बलात्कार के मामले में फंसाने की धमकी देकर मोटी रकम ऐंठते थे। पुलिस ने आरोपितों को कोर्ट में पेश कर रिमाण्ड पर लिया है।