शनिवार सुबह हुई बारिश के कारण शहर पानी-पानी हो गया। चहुंओर तालाबों जैसी स्थिति देखने को रही। शहर के हौद मोहल्लेे में गली नंबर 2 स्थित कुल्ली वाले हनुमान मंदिर में स्थापित शिव परिवार सहित अन्य देवी देवताओं की मूर्तियां पूरी तरह से पानी में डूब गईं। इलाके में पानी की निकासी ना होने के कारण मंदिर जलमग्न हो गया। जिसको लेकर स्थानीय लोगों में प्रशासन के खिलाफ आक्रोश देखा गया।
जलभराव में होकर पहुंचे मंदिर
उधर, इलाके में रहने वाले पुजारी रामेश्वर दयाल शर्मा भारी जलभराव के बाद भी हौद वाले हनुमान मंदिर पहुंचे और पूजा अर्चना की। पुजारी शर्मा के निवास स्थान से तकरीबन 300 मीटर की दूरी पर स्थित है। उक्त पुजारी घर पर अकेले ही रहते हैं। वह कई दशकों से श्री हौद वाले हनुमान मंदिर की सेवा में हैं।
राम सागर बांध में पानी की शुरू हुई आवक
मूसलाधार बारिश का सबसे बड़ा कहर शहर के मुख्य बाजार में बनी दुकानों में देखने को मिला। जहां बारिश का पानी दुकानों के अंदर भर गया। जिसे निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। उधर, सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता ने बताया कि 3 दिन से क्षेत्र में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। जिससे नदियों और बांधों में भी पानी की आवक शुरू हो गई है। राम सागर बांध में 4 फीट पानी आया है। शहर में प्रात: 11 बजे तक करीब 4 इंच बारिश हुई है।
हौद में पोखर के पास मकान हो रहे जर्जर
कुल्ली वाले हनुमान मंदिर के पुजारी बलराम शर्मा ने बताया कि मंदिर में हर वर्ष बरसात के मौसम में गंदा पानी भर जाता है। कहने को तो शहर में अनेक संगठन हैं, मगर आज तक उन्होंने भी इस दिशा में कोई पहल नहीं की है। मोहल्ला हौद में पोखर के पास मकान जर्जर भी होते जा रहे हैं, जबकि नागरिकों को आने जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शहर के मोहल्ला कृष्णा कालोनी, माता मंदिर के पीछे, किरी की पोखर, रामनगर कालोनी आदि में बरसात का पानी एकत्रित होने से नागरिक दिन भर परेशान रहे।
अतिक्रमण की भेंट चढ़ा हौद, बचा मात्र एक बीघा
स्थानीय लोगों ने बताया कि उक्त इलाके में प्रतिवर्ष इसी तरह के हालात बनते हैं। जिसका सबसे बड़ा कारण अतिक्रमण का होना है। स्थानीय लोगों ने बताया कि यह हौद अपने निर्माण काल के दौरान तकरीबन 20 बीघा जमीन में फैला हुआ था लेकिन अब धीर-धीरे यह मात्र एक बीघा तक ही सिमट कर रह गया है। क्योंकि भू-माफियाओं ने उक्त हौद की भूमि पर स्थाई अतिक्रमण कर लिए हैं जिसके चलते इलाके में जल निकासी जैसी कोई भी सुविधा नहीं बची है। लोगों ने बताया कि हौद के गंदे पानी को बाहर निकालने के लिए पहले एक नाला बनाया गया था जो सीधा नाके में जाकर गंदे पानी को निकलता था लेकिन नगर पालिका द्वारा उक्त नल को बंद कर उस पर सडक़ का निर्माण कर दिया जिससे पानी पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया है।
पत्रिका ने पूर्व में चेताया पर नहीं चेती नगर पालिका
राजस्थान पत्रिका समाचार पत्र ने अपने माध्यम से शहर में मानसून से पूर्व ही नालों के अवरुद्ध होने और गंदगी की समस्या को लेकर स्थानीय नगर पालिका के आला अफसर और जनप्रतिनिधियों को चेताया था लेकिन बहरे और अंधे प्रशासन पर इस बात का कोई फर्क नहीं पड़ा। मोहल्ले के महेश मोदी, सुनील गर्ग, कल्पना मोदी, भगवान सिंह कुशवाह, सोनू मोदी ने बताया कि नागरिकों द्वारा पंचायत समिति में गत दिनों हुई जन सुनवाई के दौरान ज्ञापन भी दिया। वहां उपजिला कलक्टर ने आश्वस्त किया था कि समस्या का शीघ्र निस्तारण कर दिया जावेगा। मगर वह आश्वासन हवा हवाई ही निकला।