-तो वही बढ़ती छीना झपटी को लेकर भी किए गए सवाल dholpur. बाड़ी कोतवाली थाना परिसर में सर्किल अधिकारी महेंद्र कुमार की अध्यक्षता में सीएलजी की मीटिंग आयोजित हुई। जिसमें कस्बे के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की तथा अपराध कम करने के लिए विभिन्न कदम उठाने को लेकर आम नागरिकों की राय ली। बैठक के दौरान बाड़ी में बढ़ते अपराध पर नकेल कसने की मांग उठी, तो वही संवेदनशील स्थानों पर सीसीटीवी कैमरा ना होने को लेकर भी सवाल किए गए।
बैठक में उपस्थित सीएलजी सदस्य मुकेश कुमार गौड़ ने बताया कि बैठक के दौरान शहर के तमाम ट्यूशन केंद्रों के बाहर खड़े असामाजिक तत्वों का मुद्दा उठा उसे पर कहा गया कि बड़े पैमाने पर शहर के तमाम चिह्नित इलाकों में आवारा लडक़े खड़े रहते हैं, जो न केवल रास्ते से गुजरने वाली लड़कियों फब्तियां कसते हैं बल्कि रास्ते में अपने वाहनों को इस तरह से खड़ा कर देते हैं कि अगर उनसे इन वाहनों को सही खड़ा करने की बात कही जाती है तो वह झगड़ा पर उतारू हो जाते हैं। बैठक के दौरान पुराना बाजार, कसाई पाड़ा, बटवाल पाड़ा, किला गेट जैसे कई इलाके बेहद संवेदनशील बताएं।
सीसीटीवी के अभाव में बढ़ रहे अपराध बैठक के दौरान तमाम संवेदनशील स्थानों पर सीसीटीवी कैमरा काम न करने का भी मुद्दा उठा। जिस पर सीएलजी सदस्य ने कहा कि सुरक्षा को लेकर बड़े पैमाने पर सीसीटीवी कैमरा लगाने की व्यवस्था की गई थी, मगर सच्चाई यह है कि जिन स्थानों पर सीसीटीवी की सर्वाधिक आवश्यकता है, वहां कैमरे नहीं लगे हैं और अगर लगे भी हैं तो वह काम नहीं कर रहे ऐसे में अपराधी अपना काम कर आसानी से निकल जाते हैं अत: पुलिस प्रशासन को पहले सीसीटीवी कैमरे इंस्टॉल करने होंगे और उसके बाद अपराधियों पर नकेल कसनी होगी।
बढ़ते अपराध पर लगाई जाए रोक। बैठक के दौरान शहर में लगातार बढ़ रहे अपराध के ग्राफ का भी मुद्दा उठा। जिसमें बताया गया कि अब मारपीट, छीना झपटी एवं चोरी की घटनाएं आम हो चली हैं। हालत इतने खराब है कि अपराध प्रवृति के लोग छुपकर नहीं बल्कि सरेआम वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। जिसका सबसे बड़ा कारण पुलिस के समय रहते किसी भी प्रकार की कार्रवाई में विलंब होना है जिस पर सर्किल ऑफिसर महेंद्र कुमार ने सभी से आग्रह किया कि वह किसी भी अपराध के मामले को लेकर कंट्रोल रूम में शिकायत जरूर दर्ज कराएं।
वरिष्ठ अधिवक्ता हमले का मामला भी उठा सीएलजी की मीटिंग में पिछले दिनों वरिष्ठ अधिवक्ता पर हुए जानलेवा हमले का मामला भी उठा। जिसमें सभी सीएलजी सदस्यों ने एकमत होकर कहा कि अपराधियों का आत्मविश्वास इस कदर बढ़ चुका है कि वह न्याय देने वाले अधिवक्ताओं पर भी सरेआम हमला बोल रहे हैं। वरिष्ठ अधिवक्ता रामनिवास मित्तल पर जिस तरह से खुलेआम हमला बोला गया उसमें उनकी जान जाते-जाते बची है। बैठक के दौरान ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष मुकेश बिधोलिया, राजकुमार भारद्वाज, दीनदयाल समाधिया, रामकुमार मीना, इसरार खां, जितेंद्र गुलपारिया, ज्वान सिंह मीणा, लाखन सिंह यादव, एडवोकेट जगन, हफीज खां, सुरेंद्र सिंह परमार और अन्य सदस्य मौजूद रहे।