धौलपुर. राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में निजी व सरकारी चिकित्सकों का विरोध प्रदर्शन सोमवार को भी जारी रहा। शहर में विभिन्न निजी चिकित्सालय बंद रहे वहीं, जिला अस्पताल में भी चिकित्सकों ने दो घंटे का पेन डाउन किया। राज्य सरकार और चिकित्सकों के बीच इस कश्मकश का खामियाजा बेगुनाह मरीजों को उठाना पड़ रहा है। एक ओर निजी चिकित्सालय बंद हैं और दूसरी ओर सरकारी में भी दो घंटे चिकित्सक कोई काम नहीं कर रहे हैं। ऐसे में अधिकतर इमरजेंसी के मरीज आगरा या ग्वालियर का रुख कर रहे हैं। इन दिनों मौसमी बीमारियों का जोर है। ऐसे में अस्पतालों में रोगियों की भरमार है। वहीं, चिकित्सकों का कहना है कि सरकार अच्छी मंशा से बिल लाए तभी यह मंजूर होगा। अन्यथा विरोध जारी रहेगा। उधर, प्रशासन ने भी अनियमितता बरतने वाले निजी चिकित्सालयों पर कार्रवाई का मन बनाया है।
मरीज हो रहे परेशान उधर, चिकित्सकों के विरोध प्रदर्शन से मरीजों को खासी परेशानी हो रही है। निजी चिकित्सालय बंद होने से लोग यहां से वहां मरीजों को लेकर भटक रहे हैं। जिला अस्पताल में भी दो घंटे काम नहीं होने से रोगियों को खासी परेशानी हुई।
अनियमित निजी चिकित्सालयों पर नकेल कसेगा प्रशासन प्रशासन ने भी निजी चिकित्सालयों पर नकेल कसने का फैसला किया है। जिला कलक्टर अनिल कुमार अग्रवाल ने साप्ताहिक समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन निजी अस्पतालों ने अवैध निर्माण कर लिया है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को बायो मेडिकल वेस्ट की पालना नहीं करने, पार्किंग व फायर फाइटिंग की सुविधा नहीं होने वाले निजी चिकित्सालयों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। निजी चिकित्सालयों से यूडी टैक्स वसूलने के निर्देश भी दिए गए हैं। बता दें, गत दिनों जिला कलक्टर के निर्देश पर उपखंड अधिकारी अनूप सिंह ने निजी चिकित्सालयों की जांच की थी। जांच में तकरीबन हर चिकित्सालय में खामियां मिली थीं। कई तो बिना रजिस्ट्रेशन के ही संचालित हो रहे थे। ऐसे में अब चिकित्सकों के विरोध को देखते प्रशासन ने भी कार्रवाई का मन बनाया है।