मौसम विभाग के अलर्ट के बाद मंगलवार से प्रारंभ हुआ बारिश का दौर बुधवार देर रात्रि तक जारी रहा। जिस कारण लोगों को जलभराव की समस्या से जूझना पड़ा। निचली बस्तियां जहां पानी से जलमग्न हो गईं तो शहर के प्रमुख बाजार और पॉश कालोनियों में भी भारी जलभराव हो गया। शहर के बाड़ी रोड, सेपऊ रोड, जगन चौराहा, हरदेव नगर, तलैया, घण्टाघर रोड, आरएसी रोड, ओडेला रोड, मचकुण्ड रोड सहित दर्जनों कालोनियों में पानी भर गया। हालत इतनी बदतर हो गई कि कई कालोनियों में यह पानी लोगों के घरों तक में पहुंच गया।
सबसे ज्यादा धौलपुर तो कम बारिश सैपऊ में हुई
मौसम विभाग के अनुसार बीते मंगलवार सुबह 8 बजे से बुधवार शाम 5 बजे तक यानी 33 घंटों के दौरान धौलपुर में 98 एमएम बारिश दर्ज की गई। जिसमें 54 एमएम बारिश बुधवार सुबह 8 से शाम 5 बजे तक हुई। तो वहीं इस दौरान बाड़ी में 59, आंगई में 56, बसेड़ी में 85 , सैपऊ में 35 , तालाबशाही में 39 , और सबसे ज्यादा बारिश राजाखेड़ा में 95 एमएम बारिश दर्ज की गई।
45 साल बाद भरा मचकुंड
शहर में हो रही जोरदार बारिश का ही असर है कि तीर्थराज की धरा स्थित मचकुंड बीते 45 साल बाद लबालब हुआ है। महंत कृष्णदास ने बताया कि इससे पहले मचकुंड 1979 में लबालब हुआ था। इस बार पानी कुण्ड के ऊपरी सीढिय़ों तक आ गया है। जिससे शहरवासियों सहित धर्मपे्रमी और मचकुंड समिति के लोगों में हर्ष है।