खानपान स्टाल बंद होने से स्टेशन पर आने-जाने वाले यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। वेन्डर्सों का आरोप है कि आरपीएफ व जीआरपी को प्रति माह 4 से 6 हजार रुपए लेते हैं। मंथली नहीं देने पर उनके काम में दखलअंदाजी करते हैं और गलत तरीके से व्यवहार किया जाता है। स्टेशन पर खानपान की 8 स्टाल संचालित हैं जिन पर करीब 16 वेन्डर्स कार्यरत हैं। उधर, स्टाल बंद रख वेन्डर्स व संचालकों ने विरोध जताते हुए स्टेशन प्रबंधक रामप्रताप सिंह को भी अवगत कराया और कार्रवाई की मांग की।
उधर, वेन्डर्सों के विरोध स्वरूप खानपान स्टाल बंद रखने की जानकारी आगरा मण्डल के अधिकारियों को होने पर हडक़ंप मच गया और मामले की जांच शुरू कर दी है। उधर, आगरा रेल मण्डल की मंडल वाणिज्य प्रबंधक ने शिकायत की जांच कराने का भरोसा दिया है।
मंथली नहीं देने पर करते हैं परेशान खानपान स्टाल संचालकों का आरोप है कि हर माह आरपीएफ व जीआरपी स्टाफ की ओर से मंथली की मांग होती है। नहीं देने पर ये परेशान करते हैं। वेन्डर्सों का कहना है कि झांसी मण्डल में कामकाज के चलते इन दिनों कुछ ट्रेनों का संचालन प्रभावित है। ट्रेनों के नहीं आने से आय भी कम हो गई है। आपको बता दें स्टेशन से प्रतिदिन अप-डाउन में 180 ट्रेने गुजरती है। इसमें करीब 25 यात्री ट्रेनों का ठहराव होता है जो दो मिनट का है।
पूर्व में लगे आरोपों पर बदल दिया था स्टाफ कुछ समय से आरपीएफ व जीआरपी लगातार सुर्खियों में है। करीब तीन माह पूर्व भी कथित अवैध वसूली के आरोप लगे थे। जिसके बाद आरपीएफ पोस्ट व जीआरपी चौकी का स्टाफ को बदल दिय गया था। बताया जा रहा है कि नए स्टाफ पहले कुछ दिन शांत रहा लेकिन फिर ये भी मंथली की मांग करने लगे। नहीं देने पर परेशान करने का आरोप है। जबकि वेन्डर्स की ओर से इस मामले में विभागीय अधिकारियों को बीच-बीच में मौखिक तौर पर बताया गया लेकिन ध्यान नहीं दिया। मंगलवार को वेन्डर्स एकजुट होकर कथित वसूली का विरोध जताया।
—- – आरपीएफ व जीआरपी की ओर हर माह रुपए की मांग की जाती है। वर्तमान में खानपान स्टालों का किराया भी नहीं निकल रहा है। जिससे परेशानी हो रही है। आरपीएफ के स्टाफ को इसकी समस्या बताई लेकिन वह दुव्र्यवहार करते हैं।
– देवेन्द्र परमार, खानपान स्टाल संचालक, स्टेशन ट्रेनों का संचालन कम होने से यात्रियों का आना जाना कम हो गया है। इससे सामान की बिक्री भी कम हो रही है। वहीं आरपीएफ हर माह करीब 6 हजार रुपए अवैध मांगते हैं। जिससे समस्या आ रही है। परिवार का पालन पोषण भी नहीं हो पा रहा है।
– रामवरन सिंह, खानपान स्टाल संचालक, स्टेशन – खानपान स्टाल वेन्डर्स की हड़ताल को लेकर मामला संज्ञान में आया है। इसकी जानकारी कर जांच कराई जाएगी। अगर गड़बड़ी मिलती है तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
– प्रशस्ति श्रीवास्तव, पीआरओ व मंडल वाणिज्य प्रबंधक आगरा – स्टेशन पर स्टाल संचालक और वेन्डर्सों के विरोध करने की जानकारी हुई है। मामले की जांच की जाएगी, जो भी दोषी मिलेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
– डीके चौहान, एएससी, आगरा कैंट स्टेशन – वह भरतपुर गए हुए थे। मंगलवार को वापस लौटे है। मालूम हुआ कि स्टेशन पर खानपान स्टालें बंद थी। वसूली के आरोप बेबुनियाद हैं। – जितेन्द्र सिंह, जीआरपी चौकी इंचार्ज धौलपुर