जिले में यहां पक्षियों का डेरा जिले में चंबल नदी किनारे समेत करीब आधा दर्जन ऐसे स्थल हैं, जहां सर्द मौसम मेें पक्षियों की आवाजाही रहती है। इसकी वजह भरपूर पानी और भोजन है। जिले में बाड़ी रोड स्थित निभी का ताल, रामसागर, हुसैनपुर, तालाब शाही और पार्वती बांध के आसपास अच्छी संख्या में पक्षी अपना ठिकाना बनाते हैं। सर्द मौसम में यहां पर करीब 5 से 7 हजार पक्षी पहुंचते हैं।
ये पक्षी बनाते हैं ठिकाना जिले के आधा दर्जन से अधिक जलाशयों के पास सैकड़ों की संख्या में प्रवासी पक्षी अपना ठिकाना बनाते हैं। इसमें लिटिल ग्रीव, ग्रेट व्हाइट पैलिकन, ग्रेट कॉर्मोनेंट, लिटिल कार्मोनेंट, इंडियन पोंड हेरोन, स्पॉट बिल्ड डक, कॉमन सेंडवाइपर, इंडियन रिवर टर्न, इंडियन स्कीमर, पोचार्ड, किंग फिशर, टेल टिंगो, प्लेसिस गल, ब्लैक नेक्स, स्टार्ड, ब्लैक आईविश, विसलिंग टील, पेन्टेड स्टॉर्क, बारहेडेड गूज जैसी अनेकों प्रजातियों के पक्षी डेरा डालते हैं।
लुभाती है पक्षियों की अठखेलियां चंबल किनारे बड़े इलाके में यह पक्षी मंडराते हुए नजर आ जाएंगे। चंबल नदी में धूप निकलने पर विदेशी पक्षी घडिय़ाल और मगरमच्छ की पीठ पर बैठकर नाना तरह की क्रीड़ा करते हुए दिख जाएंगे। नदी किनारे बैठकर ये पक्षी मछलियों का शिकार भी कर रहे हैं। बता दें कि चंबल नदी में मछली समेत अन्य जलीय जीवों की कमी नहीं है। ऐसे में इन पक्षियों का आसानी से भोजन उपलब्ध हो जाता है।
सरकारी धन के दुरुपयोग को लेकर एसीबी डीजीपी को भेजा पत्र धौलपुर. मुस्कान सोसायटी फॉर सोशल संस्थान के अध्यक्ष अमित जादौन की ओर से भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो राजस्थान के महानिदेशक को नगर परिषद में सीवर और नालों की सफाई के नाम पर हो रहे भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए जांच कराने की मांग की है।
पत्र में बताया कि नगर परिषद क्षेत्र में जल निकासी के लिए नालों की सफाई के नाम पर प्रतिवर्ष करीब ६० लाख रुपए खर्च होते हैं लेकिन इसके बाद भी सफाई नहीं हो पाती है। कहा कि सीवर के चैम्बरों से गंदा पानी ओवर फ्लो होकर सडक़, रास्ते और खाली भूखण्डों में जा रहा है। पत्र में कहा कि सीवरेज की सफाई के लिए सुपर सकर मशीन बड़ी वाली मय लोडर एवं दो छोटी अन्य मशीनों से जल निकासी और मशीनों की मरम्मत के नाम पर सरकारी राशि का दुरुपयोग हो रहा है। पत्र में बताया कि तगावली स्थित ट्रीटमेंट प्लांट की गत वर्ष जुलाई में विद्युत केबल जलने के बाद से सीवर से गंदे पानी की निकासी बंद पड़ी है। आरोप है कि इसके बाद भी डीजल के नाम पर सरकारी धन का दुरुपयोग हो रहा है। पत्र में २० जनवरी को शिव नगर कॉलोनी में निहारिका किराना स्टोर की दुकान के सामने नगर परिषद की छोटी सीवर मशीन के चालक व कर्मचारी आए। आरोप है कि इन्होंने काम करने के नाम पर स्थानीय लोगों से ३ हजार रुपए की मांग की। पत्र में जनवरी २०१८ से जनवरी २०२५ तक सीवर सफाई कार्य के कार्यों की जांच कराने की मांग की है।