वैशाख पूर्णिमा मुहूर्त
वैशाख पूर्णिमा आरंभः बुधवार 22 मई 2024 शाम 7.47 बजेवैशाख पूर्णिमा समापन तिथिः गुरुवार 23 मई शाम 7.22 बजे
वैशाख पूर्णिमाः 23 मई गुरुवार
स्नान दान का शुभ समयः गुरुवार सुबह 04.04 बजे से
पितृ दोष मुक्ति के उपाय
मान्यता है कि वैशाख पूर्णिमा के दिन पीपल के पेड़ को जल अर्पित करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है और परिवार के सदस्यों को पितरों का आशीर्वाद मिलता है।उन्नति के उपाय
मान्यता है कि वैशाख पूर्णिमा के दिन पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए। ऐसा करने से काम की बाधाएं दूर होती हैं और हर क्षेत्र में सफलता मिलती है।शनि दोष से मुक्ति के उपाय
शनि दोष से मुक्ति पाने के लिए वैशाख पूर्णिमा सबसे शुभ माना गया है। इस दिन शनिदेव और पीपल के पेड़ की पूजा करने से दुखों से छुटकारा मिलता है।विष्णुजी की पूजा करें
इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान विष्णुजी की विधिवत पूजा करनी चाहिए। इससे घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है।धन लाभ के उपाय
इस दिन 11 पीली कौड़ी को पूजा कर मां लक्ष्मी के चरणों में चढ़ाएं। इसके बाद इसे लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रख लें। ऐसा करने से धन से जुड़ी दिक्कत दूर हो जाएगी।नष्ट होते हैं पाप
वैशाख पूर्णिमा पर धर्मराज की भी पूजा की जाती है। इस दिन धर्मराज के निमित्त जल से भरा कलश और पकवान दान करने से गोदान के समान फल प्राप्त होता है। पांच या सात ब्राह्मणों को मीठे तिल दान देने से सब पापों का नाश हो जाता है। इसके अलावा तिलों के जल से स्नान करके घी, चीनी और तिलों से भरा पात्र भगवान विष्णु को अर्पित करें और उन्हीं से अग्नि में आहुति दें या तिल और शहद का दान करें, तिल के तेल के दीपक जलाएं, जल और तिलों का तर्पण करें या गंगा आदि में स्नान करें तो व्यक्ति सब पापों से निवृत्त हो जाता है।अनंत फल की होती है प्राप्ति
बुद्ध पूर्णिमा के दिन शुद्ध भूमि पर तिल फैलाकर काले मृग का चर्म बिछाएं और उसे सभी प्रकार के वस्त्रों सहित दान करें तो अनंत फल प्राप्त होता है।सुख संपदा की प्राप्ति
वैशाख पूर्णिमा के दिन एक समय भोजन करके पूर्णिमा, चंद्रमा या सत्यनारायण का व्रत करें तो सब प्रकार के सुख, सम्पदा और श्रेय की प्राप्ति होती है।(नोट-इस आलेख में दी गई जानकारियां पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं, www.patrika.com इसका दावा नहीं करता। इसको अपनाने से पहले और विस्तृत जानकारी के लिए किसी विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।)