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हुबली

पिछले 12 वर्ष से मना रहे पीपा जयंती, सत्यनारायण भगवान की कथा, भजन संध्या

पीपा क्षत्रिय दर्जी समाज उत्तर कर्नाटक

हुबलीJan 14, 2025 / 03:57 pm

ASHOK SINGH RAJPUROHIT

पीपा क्षत्रिय दर्जी समाज उत्तर कर्नाटक का मौजूदा भवन।

पीपा क्षत्रिय दर्जी समाज उत्तर कर्नाटक का मौजूदा भवन।

पीपा क्षत्रिय दर्जी समाज उत्तर कर्नाटक के तत्वावधान में पिछले 12 वर्ष से पीपा जयंती धूमधाम से मना रहे हैं। इस दिन सत्यनारायण भगवान की कथा की जाती है। पीपा जयंती से एक दिन पूर्व भजन संध्या का आयोजन किया जाता हैं जिसमें स्थानीय कलाकार भजनों की प्रस्तुति देते हैं। पीपा जयंती समारोह में सभी प्रवासी समाज के लोग शामिल होते हैं। समारोह में स्थानीय संत-महात्माओं को भी आमंत्रित किया जाता है। समाज के लोगों ने बताया कि ललित कुमार दैय्या धुंधाड़ा ने सबसे पहले हुब्बल्ली में पीपा जयंती मनाने की शुरुआत की। उन्होंने अपने घर पर ही जयंती मनाकर इसकी शुरुआत की। उसके बाद से लगातार जयंती महोत्सव धूमधाम से मना रहे हैं। जयंती किसी बड़े भवन में मनाई जाती है। संत पीपाजी का जन्म स्थान वर्ष 1323 (विक्रम संवत 1380) में राजस्थान के झालावाड़ जिले के गढ़ गागरोन में है। वे उस समय गागरोन राज्य के शासक रहे। शासक रहते उन्होंने दिल्ली सल्तनत के सुल्तान फिरोज तुगलक से संघर्ष करके विजय प्राप्त की। लेकिन युद्ध में रक्तपात देख उन्होंने सन्यासी होने का निर्णय लिया। राजगद्दी त्याग करने के बाद संत पीपा रामानन्द के शिष्य बने। रामानन्द के 12 शिष्यों में संत पीपा जी एक थे।
अगला प्रोजेक्ट समाज के भवन निर्माण का
पीपा क्षत्रिय समाज का छोटा भवन बना हुआ है। लेकिन समाज का अगला प्रोजेक्ट भवन का विस्तार करना भी है। इसके तहत चार मंजिला भवन बनाया जाएगा। सबसे नीचे चार दुकानें बनाने का विचार है। इसके बाद पहली एवं दूसरी मंजिल पर हॉल का निर्माण करवाया जाएगा। चौथी मंजिल पर चार कमरे बनाए जाएंगे।
जनप्रतिनिधियों का स्वागत-सत्कार
समाज की मेजबानी में साधु-संतों एवं राजस्थान से आने वाले जनप्रतिनिधियों का भी स्वागत-सत्कार किया जाता है। समाज की ओर से रेलवे सेवाओं में सुधार एवं राजस्थान के लिए सीधी रेल सेवाओं में बढ़ोतरी को लेकर केन्द्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी समेत अन्य मंत्रियों व नेताओं को कई बार ज्ञापन भी दिए जा चुकेे हैं। इसमें हुब्बल्ली से बाड़मेर के लिए नई रेल सेवा शुरू करने की भी मांग की गई।
ढूंढोत्सव का आयोजन
समाज के लोग होली का त्योहार उत्साह एवं उमंग के साथ मना रहे हैं। एक-दूसरे के घर पर जाकर होली की शुभकामनाएं दी जाती हैं। समाज की ओर से ढूंढोत्सव का आयोजन भी किया जाता है। पिछले वर्ष तीन ढूंढ के आयोजन हुए। दीपावली स्नेह मिलन भी पिछले छह साल से हो रहा है। समाज की ओर से जरूरतमन्द विद्यार्थियों को स्टेशनरी का वितरण भी किया जाता है। अमावस्या एवं अन्य अवसरों पर गौशाला में गायों की सेवा भी की जाती है। समाज की ओर से क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाता है।
महिला मंडल की डांडिया प्रस्तुति
समाज का महिला मंडल भी सक्रिय है। खासकर पूर्णिमा एवं ग्यारस के दिन भजन-कीर्तन का आयोजन रखा जाता है। महिलाएं खुद ही वाद्य यंत्र बजाते हुए भजनों की प्रस्तुति देती हैं। नवरात्रि के नौ दिनों में महिलाओं की ओर से डांडिया का आयोजन पिछले तीन वर्ष से किया जा रहा है।
सिलाई के क्षेत्र में समाज के लोग कम
समाज के अधिकांश लोग जालोर, बालोतरा, जोधपुर, पाली, फलोदी, बाड़मेर एवं नागौर जिलों से हैं। समाज के लोग यहां इलेक्ट्रिकल्स, हार्डवेयर, स्टेशनरी, प्लास्टिक, टेलरिंंग मेटेरियल, पम्पसेट समेत अन्य व्यवसाय में हैं। अकेले हुब्बल्ली में समाज के करीब 25 प्रतिष्ठान है। समाज के कई लोग कारपेंटर का कार्य भी कर रहे हैं। अपने पेशेगत व्यवसाय सिलाई के क्षेत्र में समाज के बहुत कम लोग है। हालांकि समाज की कई महिलाएं घर पर ही सिलाई का कार्य कर रही है।
समाज की कार्यकारिणी
पीपा क्षत्रिय दर्जी समाज उत्तर कर्नाटक के अध्यक्ष अनोप कुमार पडिय़ार कल्याणपुर है। इसके साथ ही अन्य पदाधिकारियों में ललित कुमार दैय्या धुंधाड़ा उपाध्यक्ष, ओमप्रकाश परमार सिवाना सचिव, पारसमल चौहान अजीत सह सचिव एवं कैलाश कुमार परमार जानियाणा कोषाध्यक्ष के पद पर कार्यरत है। नटवरलाल सोलंकी शिवगंज युवा अध्यक्ष है। हर तीन साल बाद समाज के पदाधिकारियों का चयन किया जाता है। पीपा क्षत्रिय दर्जी समाज उत्तर कर्नाटक में हुब्बल्ली के साथ ही धारवाड़, कारवार, बागलकोट, हावेरी, दावणगेरे, होसपेट, बल्लारी, गदग, बेलगावी, शिवमोग्गा, विजयपुर, मेंगलूरु, कलबुर्गी समेत अन्य उत्तर कर्नाटक इलाकों से समाज के लोग जुड़े हुए हैं। वतर्मान में करीब 140 सदस्य है। 25 आजीवन ट्रस्टी बनाए गए हैं।

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