ज्योतिषाचार्य पं. अरविंद तिवारी के अनुसार मोदी की कुंडली में ग्रहों की स्थिति इस प्रकार है उच्च का बुध वक्री और भाग्य का स्वामी होकर, वह सूर्य और केतु के साथ बारहवें भाव में पड़ा हुआ है । वही पंचम भाव का स्वामी शनि शुक्र के साथ युति बनाकर एकादश भाव में है तथा पराक्रम भाव का स्वामी गुरु पंचम भाव में पड़ा हुआ है, वहीं छठे भाव में राहु और बारहवें भाव का केतु कुंडली में अरिष्ट नाशक योग बना रहा है । अरिष्ट नाशक योग के कारण मोदी जी राजनीति में आने वाली सारी बाधाओं को पार करके यहां तक पहुंचे हैं और आगे भी यही कारवां चलता रहेगा ।
ये ग्रह दबंग प्रधानमंत्री के योग बना रहे है-
पं. अरविंद तिवारी ने बताया की वर्तमान में मोदी जी की कुंडली से पता चलता हैं कि इनके ऊपर अभी कर्मेश चंद्रमा की महादशा चल रही है जो कि 10 जुलाई 2022 तक चलेगी । इसी बीच ये दोबारा एक दबंग प्रधानमंत्री के रूप में उभरेंगे । वर्तमान में गुरु का गोचर तुला राशि लग्न में चल रहा है, जो इनकी राशि से बारहवें भाव में होने के कारण वर्तमान में थोड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा । लेकिन सभी बाधाओं को चिरते हुये मोदी एक बार पुनः भारत के प्रधानमंत्री पद पर अवश्य सुशोभित होंगे ।