प्रत्येक वर्ष दिवाली से छह दिन बाद छठ पूजा का आयोजन होता है। ऐसे में इस साल यानि 2021 में छठ पूजा बुधवार, 10 नवंबर को है। ऐसे में इस साल छठ पूजन के दौरान कब क्या क्या होगा, वह इस प्रकार है।
मान्यता के अनुसार छठ पूजा और व्रत परिवार की खुशहाली, स्वास्थ्य और संपन्नता के लिए रखा जाता है। चार दिन के इस व्रत पूजन की कुछ विधाएं बेहद कठिन होती हैं, जिनमें से सबसे प्रमुख 36 घंटे का निर्जला व्रत है।
छठ पूजा 2021 का कैलेंडर-
छठ पूजा 2021 के तहत 08 नवंबर सोमवार को नहाय खाय से छठ पूजा का प्रारंभ होगा। वहीं इसके अगले दिन यानि 09 नवंबर मंगलवार को खरना। फिर 10 नंवबर बुधवार के दिन छठ पूजा, डूबते सूर्य को अर्घ्य देना। वहीं आखिरी दिन यानि बृहस्पतिवार, 11 नवंबर को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य, छठ पूजा समापन होगा।
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इसके साथ इस व्रत को पूरा करने के कुछ कड़े नियम भी हैं, माना जाता है कि इनकी पालना में चूक छठ माता को नाराज कर सकती हैं।
इन बातों का रखें खास ध्यान:
जानकारों के अनुसार छोटे बच्चों को पूजा का कोई भी सामान छूने नहीं देना चाहिए, इसका कारण यह है कि वह कई बार बिना हाथ धोएं यानि गंदे हाथों से ही सामान छू सकते हैं। यदि गलती से किसी बच्चे द्वारा ऐसा हो जाता है, तो ध्यान रखें कि ऐसे सामान का पूजा में इस्तेमाल न करें।
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इसके अलावा यदि कोई भी बच्चा प्रसाद खाने की जिद्द करें, तो भी उस बच्चे को तब तक प्रसाद न खिलाएं, जब तक पूजा पूर्ण न हो जाए।
इसके अलावा छठ पूजा के समय व्रती या परिवार के सदस्यों के साथ कभी भी अभद्र भाषा का उपयोग न करें, साथ ही इस दौरान वाद विवाद की स्थिति से बचते हुए किसी के भी साथ झगड़ा न करें। इसका कारण ये है कि ऐसा करने से मन में नकारात्मकता भर जाती है, और पूजा मन में सकारात्मक विचारों के साथ ही की जानी चाहिए।
इन नियमों का भी रखें खास ध्यान:
1. जो भी महिलाएं छठ मैय्या का व्रत रखें, वह इन सभी चार दिनों तक पलंग या चारपाई पर न सोते हुए जमीन पर ही कपड़ा बिछाकर सोयें।
2. छठ पर्व के दौरान व्रती समेत पूरे परिवार को प्याज और लहसुन की मनाही है।
3. इस पर्व के दौरान साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें, पूजा की किसी भी चीज को छूने से पहले हाथ अवश्य साफ कर लें।
4. छठ मैय्या का व्रत रखने वाले अर्घ्य देने से पहले कुछ न खाएं।
5. इस सम्पूर्ण पर्व के दौरान मांस, मदिरा सहित किसी भी तरह के नशे से दूर रहें, माना जाता है कि ऐसा न करने वाले से छठ मैय्या रुष्ट हो जाती हैं।
6. छठ पूजा के दिनों में फल खाने की मनाही है, ऐसे में फल तब ही खाए जा सकते है जब पूजा पूर्ण हो गई हो।
7. इस पर्व के दौरान सूर्यदेव को अर्घ्य देना बेहद आवश्यक माना जाता है ऐसे में इसके लिए चांदी, स्टील या प्लास्टिक बर्तन इस्तेमाल बिलकुल न करें।
5. छठ के प्रसाद का निर्माण करते समय व्रती को खुद कुछ भी खाने की मनाही है।
6. ध्यान रहे छठ का प्रसाद बनाने के लिए ऐसी जगह चुनाव किया जाना चाहिए, जहां पहले खाना न बनता हो।
7. छठ पूजा के दौरान गंदे कपड़े पहनना अशुभ माना जाता है अत: ऐसे में इन दिनों में साफ-सुथरे और शुद्ध कपड़े ही पहनें।