माघ माह का महत्वः मान्यता है कि गौतम ऋषि ने एक बार इंद्रदेव को श्राप दे दिया था, बाद में इंद्रदेव क्षमा याचना करने लगे तो उन्होंने माघ महीने में गंगा स्नान कर प्रायश्चित करने के लिए कहा, जिसके बाद इंद्रदेव को श्राप से मुक्ति मिली। इसके बाद से माघ पूर्णिमा और माघ अमावस्या स्नान पवित्र माना जाने लगा। यह भी मान्यता है कि ब्रह्माजी द्वारा ब्रह्मांड निर्माण का जश्न मनाने के लिए इस माह में कल्पवास का आयोजन किया था। पूरे महीन यज्ञादि के कारण पिछले साल के पाप का नाश होता है और कल्पवासी जीवन मृत्यु के फेर से मुक्त होता है।
माघ महीने के व्रत त्योहार प्रमुख दिन | ||
व्रत त्योहार | दिन | तारीख |
माघ प्रारंभ, प्रयाग में कल्पवास | शनिवार | 7 जनवरी |
सकट चौथ, लंबोदर संकष्टी चतुर्थी, माघ कृष्ण चतुर्थी | मंगलवार | 10 जनवरी |
राष्ट्रीय युवा दिवस | गुरुवार | 12 जनवरी |
लोहड़ी | शनिवार | 14 जनवरी |
माघ कृष्ण अष्टमी, मासिक कृष्ण जन्माष्टमी, कालाष्टमी | शनिवार | 14 जनवरी |
पोंगल, उत्तरायण, बिहू, मकर संक्रांति | रविवार | 15 जनवरी |
माघ कृष्ण एकादशी, षटतिला एकादशी | बुधवार | 18 जनवरी |
माघ कृष्ण त्रयोदशी, प्रदोष व्रत | गुरुवार | 19 जनवरी |
मेरू त्रयोदशी(जैन कैलेंडर), मासिक शिवरात्रि, माघ कृष्ण चतुर्दशी | शुक्रवार | 20 जनवरी |
मौनी अमावस्या, माघ अमावस्या | शनिवार | 21 जनवरी |
माघ शुक्ल प्रतिपदा माघ नवरात्रि | रविवार | 22 जनवरी |
सुभाष चंद्र बोस जयंती | सोमवार | 23 जनवरी |
माघ शुक्ल प्रतिपदा चंद्र दर्शन | सोमवार | 23 जनवरी |
माघ शुक्ल चतुर्थी गणेश जयंती | बुधवार | 25 जनवरी |
माघ शुक्ल पंचमी यानी वसंत पंचमी | गुरुवार | 26 जनवरी |
माघ शुक्ल षष्ठी स्कंद षष्ठी | गुरुवार | 26 जनवरी |
माघ शुक्ल सप्तमी यानी रथ सप्तमी, नर्मदा जयंती | शनिवार | 28 जनवरी |
भीष्म अष्टमी | शनिवार | 28 जनवरी |
मासिक दुर्गाष्टमी, माघ शुक्ल अष्टमी | रविवार | 29 जनवरी |
गांधीजी की पुण्यतिथि | सोमवार | 30 जनवरी |
रोहिणी व्रत | मंगलवार | 31 जनवरी |
माघ शुक्ल एकादशी जया एकादशी | बुधवार | एक फरवरी |
माघ शुक्ल द्वादशी भीष्म द्वादशी | बुधवार | एक फरवरी |
माघ शुक्ल त्रयोदशी प्रदोष व्रत | गुरुवार | दो फरवरी |
माघ शुक्ल पूर्णिमा, ललिता जयंती, संत रविदास जयंती | रविवार | पांच फरवरी |
2. इस माह में गीता पाठ करने से मन को शांति मिलती है और भगवान विष्णु का आशीर्वाद, सुख, संपदा प्राप्त होती है।
3. भगवान विष्णु की पूजा में तिल अर्पित करना चाहिए, इससे पाप नष्ट होते हैं।
4. माघ माह में सुबह, शाम तुलसी की पूजा करें।
5. गर्म कपड़ों, तिल का दान करना चाहिए।
यह न करें
1. यह तप का महीना है इसलिए तामसिक खाद्य पदार्थों से दूर रहें।
2. ब्रह्मचर्य का पालन करें, संयम और अनुशासन का पालन करेंष
3. मूली का सेवन नहीं करना चाहिए।