इन सरल उपायों से करें कालसर्प दोष की पूजा
– कालसर्प दोष से पीड़ित व्यक्ति प्रत्येक सोमवार को ब्राह्म मुहूर्त में 4 बजे सादे जल में गंगाजल मिलाकर स्नान कर धुले हुए सफेद रंग के कपड़े पहने ।
– मिट्टी की छोटी सी शिवलिंग बनाकर, ऊँ नमः शिवाय मंत्र का जप करते हुए गाय के दुध से अभिषेक करें ।
– अभिषेक के बाद शिवलिंग पर 11 साबुत सफेद चावल के दाने ‘श्री राम’ नाम का उच्चारण करते हुए चढ़ाएं ।
– चावल चढ़ाते समय मन ही मन शिवजी से कालसर्प दोष दूर करने की कामना करें ।
– इस प्रकार की पूजा 11 सोमवार तक करें । 11 सोमवार से पहले भी कालसर्प का दोष खत्म हो जाता है ।
– ध्यान रखे कि पूजा का समय एक ही होना चाहिए, बार बार समय नहीं बदलना हैं ।
– 11 सोमवार तक एक ही समय एक ही स्थान पर घर में बनाएं हुए या किसी प्राचीन शिवलिंग के ऊपर एक मुट्ठी साबुत गेंहू, एक गीला नारियल व एक सिक्का ये सब सामग्री श्री राम’ नाम मंत्र का उच्चारण करते हुए अर्पण करें ।
– जो सिक्का प्रथम सोमवार को लिया है वही संख्या वाला सिक्का हर बार लेना है, अगर पहले सोमवार को 1 रूपये का सिक्का लिया था तो हर सोमवार को भी 1 रूपये का ही लेना हैं । सबसे पहले शिवलिंग पर गेंहू को अर्पण करें, फिर नारियल एवं उस पर सिक्का रखकर अर्पण करें । इस पूरी क्रिया के दौरान श्री राम नाम का जप निरंतर करते रहें । यह 11 सोमवार तक करें ।