यही कारण है कि सभी परेशानियों की वजह कहीं न कहीं ग्रहों से भी जुड़ी होती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहों के बिगड़ने का सीधा असर पड़ता है। ऐसे में ये जानना बहुत जरूरी है कि ग्रह बिगड़ने की स्थिति में कौन सा उपाय करना चाहिए। आइये जानते हैं…
सूर्य: अगर आपकी कुंडली में सूर्य की दशा बुरी है तो सूर्य की उपासना अवश्य करें। हर दिन सूर्य देव को जल अर्पित करें। गायत्री मंत्र या ऊँ आदित्याय नम: का जप करें। जैसा कि हम सभी जानते रविवार का दिन सूर्य देव का दिन है इसलिए इस दिन गुड़ का दान अवश्य करें। ऐसा करने से सूर्य मजबूत होगा।
चन्द्रमा: अगर आपकी कुंडली चन्द्रमा की दशा बुरी है तो हर दिन भगवान शिव को जल अर्पित करें और नम: शिवाय मंत्र का जप करें। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि सोमवार का दिन भगवान शिव का दिन है। ऐसे में सोमवार के दिन सफेद वस्तु का दान करें। ऐसा करने से चन्द्रमा मजबूत होगा और आपके ऊपर भगवान शिव की कृपा बनी रहेगी।
मंगल: अगर आपकी कुंडली में मंगल की दशा बुरी है तो हर दिन हनुमान जी की उपासना करें और सुबह में हनुमान चालीसा का पाठ करें। संभव हो तो मंगलवार को व्रत करें और इस दिन उपवास रखकर हनुमान जी की उपासना करें। ऐसा करने से मंगल मजबूत होगा और आप पर हनुमान जी कृपा बनी रहेगी।
बुध: अगर आपकी कुंडली में बुध की दशा बुरी है तो नियमित रूप से मां दुर्गा की उपासना करें और हर रोज शाम में दुर्गा मंत्र का जप करें व हरे फल का दान करें।
बृहस्पति: अगर आपकी कुंडली में बृहस्पति की दशा बुरी है तो नियमित रूप से भगवान विष्णु की उपासना करें और विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें व केले का दान करें। बृहस्पतिवार को सात्विक रहने का प्रयास करें।
शुक्र: अगर आपकी कुंडली में शुक्र की दशा बुरी है तो हर दिन मां लक्ष्मी की उपासना करें और शुक्र मंत्र का जप करें। ऐसा करने से शुक्र मजबूत होगा और मां लक्ष्मी की कृपा आप पर बनी रहेगी।