कहा जाता है अगर किसी के उपर प्रेत पिशाच भटकती आत्माओं का साया हो और अनेक प्रयास के बाद भी इनसे छुटकारा नहीं मिल रहा हो तो ऐसे लोगों को तुरंत हनुमान जी की शरण में चले जाना चाहिए। श्री हनुमान चालीसा में एक पंक्ति आती है- भूत पिशाच निकट नहीं आवै, महावीर जब नाम सुनावे। अर्थात हनुमान जी तुरंत रक्षा करते हैं।
पहले करें ये उपाय
1- अगर कोई भूत प्रेत बाधा से पीड़ित हो तो उस पीड़ित व्यक्ति को महाबली श्री बजरंग बली के मंदिर में ले जाकर श्री बजरंग बली के गदा एवं पैर का सिंदूर का टीका लगायें। उसके बाद इस मंत्र का 108 बार जप कर एक गिलास पानी को अभिमंत्रित करके वह पानी प्रेत बाधा से पीड़ित व्यक्ति के उपर थोड़ा सा छिड़कर पूरा पानी पिला दें. तुरंत लाभ होगा।
इस मंत्र का जप करें-
मंत्र
।। ॐ हनुमन्नंजनी सुनो वायुपुत्र महाबल:।
अकस्मादागतोत्पांत नाशयाशु नमोस्तुते।।
।। ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्।।
2- अपनी विशेष मनोकामना पूर्ति के लिए इस मंत्र का हर शनिवार 108 बार जप करें।
।। ॐ महाबलाय वीराय चिरंजिवीन उद्दते।
हारिणे वज्र देहाय चोलंग्घितमहाव्यये।।
3- समस्त संकटों से मुक्ति के लिए शनिवार के दिन अपने घर पर ही लाल ऊनी आसन पर बैठकर, इस हनुमान मंत्र का जप रुद्राक्ष की माला से करें।
।। ॐ नमो हनुमते रूद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा।।
उपरोक्त उपाय करने के बाद हनुमान स्तुति “श्री हनुमान चालीसा” का 7 बार पाठ करें। ऐसा करने हनुमान जी की कृपा के चमत्कार कुछ ही दिनों में दिखाई देने लगेंगे।
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