दरअसल जिला अस्पताल के पार्किंग स्टैंड में बीते एक माह से लावरिस अवस्था में एक बाइक खड़ी हुई है। इस बाइक को ले जाने के लिए बीते एक माह से कोई नहीं आया। इस कारण पूरी बाइक पर धुल जमा हो गई। गुरुवार को दोपहर करीब साढ़े 12 बजे अचानक एक वाइट एंड ग्रीन कलर की टीशर्ट पहनकर युवक आया और बाइक को ले जाने की कोशिश करने लगा। यह देख सुरक्षाकर्मी शशी बौरासी ने उसे देखा।
पूछा तो अपनी बताने लगा सुरक्षाकर्मी बौरासी ने कुछ देर युवक पर नजर रखी। लेकिन शंका होने पर उसे पकड़ लिया और पूछताछ की तो युवक ने खुद का नाम प्रवीण निवासी बुरहानपुर बताया। पहचान पत्र देने में आनाकानी कर रहा था। पहले तो बाइक को खुद की बता रहा था। लेकिन पुलिस को देख कहा यहां बहन का घर है और बाइक परिजनों की है।
कोतवाली को किया सुपुर्द बार-बार नई बातें कहने पर जिला अस्पताल चौकी पर पदस्थ आरक्षक बबलु सोलंकी ने इसकी जानकारी कोतवाली को दी। बदमाश प्रवीण को कोतवाली पुलिस के सुपुर्द कर दिया। सुरक्षाकर्मी बौरासी ने बताया कि युवक प्रवीण के पास एक आधार कार्ड भी था। लेकिन अनुमान है कि वह आधार कार्ड युवक का नहीं है। गौरतलब है कि पूर्व में भी अस्पताल परिसर में बाइक चोरी की वारदात हुई है। ऐसे में यदि इस मामले में जांच होती है तो पूर्व में हुई घटनाओं के संबंध में भी जानकारी मिलने की उम्मीद है।