बता दें कि, आमदिनों के मुकाबले गुरुवार को एएसआई टीम में सदस्यों की संख्या कम थी। इसके पीछे कारण ये सामने आया है कि टीम के लगभग आधे सदस्य मांडू गए हुए थे। दरअसल, मांडू में भोजशाला से संबंधित जो भी अवशेष रखे हुए हैं उनकी जांच के लिए टीम वहां गई हुई थी, जो रात में ही लौट आई है। ऐसे में भोजशाला में जारी सर्वे के काम को बड़े स्तर पर नहीं किया गया। सिर्फ ट्रेंचों को मिट्टी से भरने और लेबलिंग का काम ही निपटाया गया। इसके अलावा उत्तर-पूर्व के कोने में जो अवशेष रखे गए थे, आज उनको वहां से दूसरे जगह शिफ्ट किया गया और उसे जगह पर खुदाई का काम किया गया।
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