आपको बता दें कि, धार जिले के भोजशाला मंदिर वर्सेस कमाल मौला मस्जिद परिसर में एएसआई टीम द्वारा किया गया वैज्ञानिक सर्वे बड़ी बारीकी से हिंदू और मुस्लिम पक्षकारों की मौजूदगी में पूरा किया गया है। हालांकि, बीच बीच में पक्षकारों की तरफ से कुछ आपत्तियां भी आती रहीं, लेकिन सर्वे टीम द्वारा उन मामलों को सुलझाया गया। अब इसी सर्वे की रिपोर्ट तैयार हो चुकी है। इस दौरान 98 दिन से अधिक सर्वे कार्य चला। आर्कियोलॉजी सर्वे आफ इंडिया ने अलग-अलग इलाकों की निशानदेही कर खुदाई में कई विशेष अवशेष जमीन से निकाले। इसमें भोजशाला की दीवार, पिलर के साथ ही खुदाई के दौरान 37 देवी-देवताओं की मूर्तियां तक मिलने की बात सामने आ रही है।
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उल्लेखनीय है कि इंदौर हाई कोर्ट ने 11 मार्च को भोजशाला में 500 मीटर के दायरे में वैज्ञानिक सर्वे कार्य करने का आदेश एएसआई को दिया था। ये सर्वे 22 मार्च से शुरू होकर 27 जून तक 98 दिन किया गया। सर्वे के दौरान खुदाई भी की गई। फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी की गई।
आज पैश होगी फाइनल रिपोर्ट
बता दें कि एएसआई को पहले 4 जुलाई को सर्वे रिपोर्ट हाई कोर्ट में प्रस्तुत करनी थी, लेकिन रिपोर्ट तैयार नहीं हो पाने के चलते एएसआई टीम ने कोर्ट से 10 दिन का अतिरिक्त समय लेने की मांग की थी। इसपर कोर्ट ने स्वीकृति देते हुए 15 जुलाई को रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए थे। यह भी पढ़ें- दुकान खोलकर अंदर पहुंचा दुकानदार, सामने फन फैलाए बैठा था विशाल कोबरा, Video जैन समाज के दावे पर भी कोर्ट करेगा सुनवाई
वहीं, जैन समाज का प्रतिनिधित्व करने वाली एक संस्था के कार्यकर्ता ने भी हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर भोजशाला को जैन धार्मिक स्थल होने का दावा किया है। उस पर भी हाई कोर्ट में सुनवाई की जानी है।