उल्लेखनीय है कि कोविड-19 के कारण पिछले 5 सालों से जिला जेल में बंदियों से मुलाकात पर बंदिश लगा रखा है। हालांकि कोरोना का ग्राफ कम होने के बाद जनजीवन सामान्य होने लगा हैं, लेकिन जेल प्रशासन की ओर से इसके लिए अब तक सतर्कता बरती जा रही है। यहां रक्षाबंधन पर्व को लेकर शुक्रवार को मुख्यालय जेल एवं सुधारात्मक सेवाएं रायपुर से आदेश पहुंचा है। इसके बाद सहायक जेल अधीक्षक ने रक्षाबंधन के दिन मुलाकात पूर्णत: प्रतिबंधित कर दिया है।
Raksha Bandhan 2023: जेलर एनके डहरिया के मुताबिक जेल मुख्यालय से मिले आदेश में कहा गया है कि कोरोना (कोविड-19) वायरस का संक्रमण पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है। साथ ही वर्तमान में सभी ओर आई फ्लू का संक्रमण तेजी से फैला हुआ है। इस देखते हुए जेल में रक्षाबंधन का कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा। दूरदराज गांवों से आए बहनों से गेट में ही राखी लेकर उसे सेनेटाइज कर बंदियों तक पहुंचाया जाएगा।
गौरतलब है कि पर्व विशेष को देखते हुए बंदियों की उनके परिजनों से प्रिजन कॉलिंग सिस्टम से बात भी कराया जाएगा। इसके लिए जेल प्रशासन की ओर से आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं। जब से कोरोना संक्रमण शुरू हुआ है, तब से पिछले पांच सलों से जेल परिसर में अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है।
250 से ज्यादा बंदी निरूद्ध Raksha Bandhan 2023: जेल सूत्रों के अनुसार जिला जेल धमतरी में वर्तमान में 250 से ज्यादा बंदी निरूद्ध है। इनमें विचाराधीन के अलावा सजायाफ्ता कैदी है। कोरोना के बाद बढ़त आई फ्लू और मौसमी बीमारियों को देखते हुए सुरक्षागत कारणों से यहां बंदियों को परिजनों से सीधे मुलाकात नहीं कराया जा रहा है।